गरीब बेटी की शादी में समाजसेवी राजू सहनी ने की मदद, स्थानीय ग्रामीणों ने सराहा
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समस्तीपुर :- उजियारपुर प्रखंड अंतर्गत भगवानपुर कमला गांव निवासी युवा समाजसेवी राजू सहनी ने मानव सेवा व जनसेवा के संकल्प को दोहराते हुए एक बेटी की शादी का बीड़ा उठाने के साथ, विभिन्न हादसों में मृतकों के परिजनों से मुलाकात कर उनका हालचाल जाना तथा 06 माह का राशन सामग्री उपलब्ध कराया, ताकि पीड़ित परिवार कुछ महीनों तक आराम से अपना जीवन गुजर-बसर कर सके। इस दौरान समाजसेवी राजू सहनी ने रामचंद्रपुर अंधैल पंचायत स्थित चंदौली गांव निवासी, मृतक विशुनी सहनी के पीड़ित परिवारवालों से, मुलाकात किया तथा अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए पिड़ित परिवार को 06 माह का राशन-किरासन का सामान उपलब्ध कराया, साथ ही दलसिंहसराय प्रखंड के मोख्तियारपुर सलखन्नी गांव पहुंचकर सड़क हादसे में मरने वाले रामचंदर पासवान के पिड़ित परिवार से भी मुलाकात किया तथा उन्हें भी 06 माह का राशन किरासन का सामान उपलब्ध कराया,
तत्पश्चात उजियारपुर प्रखंड के लखनीपुर महेशपट्टी गांव के वार्ड संख्या 01 स्थित महादलित मुहल्ला में पहुंचे। जहां उन्होंने रामप्रवेश सदा जिनकी बच्ची की शादी 11 मई को तय थी, लेकिन आर्थिक संकट के कारण उनके सामने समस्या उत्पन्न हो गयी थी। उनसे मिलकर उन्होंने आर्थिक संकट को दुर करते हुए, शादी के चुनरी से लेकर बारातियों के खाने पीने तक के सामान को उपलब्ध कराकर उस बिटिया रानी के शादी के राह में आ रहे आर्थिक संकट को दुर कर दिया।
इसके अलावे कटिहार जिला के कोढ़ा थाना क्षेत्र से भटकर उजियारपुर पहुंचे एक युवक की आर्थिक मदद करते हुए, कोढ़ा थाना व भटक कर उजियारपुर पहुंचे धीरज नामक युवक के परिजन से संपर्क स्थापित कर उजियारपुर थाना के सहयोग से उसे उसके गांव तक पहुंचा दिया। इस संबंध में चंदौली गांव निवासी पुर्व मुखिया उमेश सहनी का बताना है कि, उनके ग्रामीण विशुनी सहनी राजमिस्त्री के साथ मजदूरी का काम करता था। जिसकी अचानक तबीयत खराब हो गया और ईलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी। जिसकी सुचना जैसे ही राजू सहनी को हुई, तत्काल वह पिड़ित परिवार वालों से मिलने उसके घर पहुंचे हैं, और अपने निजि कोष से 25-30 हजार रूपए का राशन किरासन का सामान मृतक के परिजनों को उपलब्ध करा दिया, ताकि आने वाले कुछ दिनों तक उन्हें कोई परेशानी ना हो।
वही दलसिंहसराय प्रखंड के पांड़ गांव के मुखिया प्रमोद कुमार का बताना है की, राजू भी एक मानवता की मिशाल हैं। उन्होंने यह भी कहा कि, आज समाजसेवी राजू सहनी ने यह साबित कर दिया कि, आज भी गरीबों की आवाज, गरीबों का बेटा व गरीबों का रहनुमा बनने वाला राजू सहनी जैसा बेटा अभी इस दुनियां में है, जो ईंसानियत को जिंदा रखे हुए है। अगर समस्तीपुर जिला में राजू सहनी जैसा पांच बेटा और सामने आ जाए तो कोई भी व्यक्ति गरीब नही रहेगा, और वह अपने आपको कभी अकेला महसूस नही करेगा।
वहीं लखनीपुर महेशपट्ठी गांव निवासी रामप्रवेश सदा का बताना है कि, वह हैदराबाद में रहकर मजदुरी का काम करते थे। इसी दौरान उनका हाथ टूट गया। डॉक्टर ने हाथ में स्टील का रॉड लगाकर ठीक तो कर दिया, लेकिन अब वह पहले जैसा काम करने में सक्षम नही हैं! जबकि उनकी पुत्री की शादी 11 मई को पहले से तय थी, लेकिन उनके आगे आर्थिक संकट छा गया था।
लेकिन राजू सहनी ने शादी की तिथि से एक दिन पहले ही शादी से संबंधित सारा सामान उनके घर तक पहुंचा दिया। जिससे उनकी सारी परेशानी दुर हो गयी। वहीं कटिहार जिला के कोढ़ा थाना क्षेत्र निवासी धीरज ऋषि के परिजन का बताना है कि, उनका भाई धीरज विगत सात दिनों से लापता था, जिसे उजियारपुर थाना क्षेत्र में भुखे प्यासे भटकता देखकर राजू सहनी ने अपने पास बुलाकर पुछताछ किया व आर्थिक मदद करते हुए कोढ़ा थाना तथा उजियारपुर थाना के सहयोग से उन तक उनके भाई को पहुंचा दिया।
इस संबंध में राजू सहनी का बताना है कि, मानव सेवा उनके रक्त में है। वह अच्छी तरह से जानते हैं कि, जिस परिवार का कमाउ सदस्य ना रहे तो उन्हें कितने प्रकार के परेशानियों का सामना करना पड़ता होगा। उन्हें जैसे ही इस घटना के बारे में जानकारी मिली, वह अपने पूर्व निर्धारित सभी कार्यक्रम को रद्द करते हुए सलखन्नी गांव पहुंच गए हैं। जहां उन्होंने पिड़ित परिवार से मुलाकात कर उन्हें सांत्वना देते हुए, 06 माह का राशन किरासन उपलब्ध करा दिया है। वहीं एक बिटिया रानी के शादी की राह में रोड़ा बन रहे आर्थिक संकट को दुर करते हुए, आज विवाह से संबंधित सारा सामान, जिसमे सुटकेस, श्रृंगार पेटी, श्रृंगार से संबंधित सारा सामान, शादी का जोड़ा, चुनरी, व बारातियों के खाने पीने से संबंधित सारा सामान भी उपलब्ध करा दिया।
मौके पर घुरण सहनी, रामचंद्रपुर अंधैल पंचायत के पुर्व मुखिया उमेश सहनी, भगवानपुर कमला पंचायत के सरपंच पति जयराम साहनी, पांड़ मुखिया प्रमोद कुमार, बटोरन सहनी, सुखलाल साहनी, श्रीराम साहनी, रामश्रेष्ठ साहनी, सुजित कुमार, संजीत सदा, रामवृक्ष सदा, रामप्रवेश सदा, ललित कुमार सिंह, वरुण कुमार राय, सियाराम राय, शंकर सदा, प्रमोद कुमार सिंह, अरविंद पासवान, गीता देवी, चंद्रकला देवी, छोहरिया देवी, उरहुलिया देवी सहित दर्जनों की संख्या में लोग मौजूद थे।