रेलइंजन स्क्रैप घोटाला मामले में इंस्पेक्टर सेवा मुक्त; एक दारोगा को पहले किया जा चुका है बर्खास्त, वहीं इंजीनियर सहित कई जा चुके हैं जेल
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समस्तीपुर :- समस्तीपुर रेल मंडल के पूर्णिया कोर्ट से छह स्टीम इंजन के स्क्रैप गबन के मामले में आरपीएफ के इंस्पेक्टर बीपी मंडल को सेवामुक्त कर दिया गया है। इसके पहले उन्हें निलंबित कर किया गया था। आरपीएफ इंस्पेक्टर के सेवामुक्त होने की सूचना मिलते ही कर्मियों में हड़कंप मच गया। कई कर्मियों पर मामले में कारवाई की तलवार लटक रही है।
आरपीएफ कमांडेंट एसजेए जानी ने बताया कि पूर्णिया स्क्रैप गबन की जांच में लापरवाही बरतने के मामले में बीपी मंडल को सेवामुक्त किया गया है। मामले में जांच अभी जारी है। इससे पूर्व इस मामले में समस्तीपुर डीजल शेड में कार्यरत आरपीएफ के दारोगा सब इंस्पेक्टर वीरेंद्र द्विवेदी को बर्खास्त कर दिया गया था। इस मामले के मुख्य आरोपी सीनियर सेक्शन इंजीनियर आरआर झा के अलावा एएमई केके शंकर, हेल्पर के अलावा स्क्रैप व्यवसायी सहित कई लोग जेल जा चुके हैं। मामले में उपयोग किए जाने वाले ट्रक, हाइड्रा, पिकअप आदि जब्त किए दए, लेकिन गायब स्क्रैप को ढूंढ़ने में आरपीएफ नाकाम रही है।
कई महीने पूर्व किया गया था निलंबित :
बनमनखी आरपीएफ पोस्ट इंचार्ज इंस्पेक्टर बीपी मंडल को जांच में लापरवाही व कई अन्य आरोप में कई महीने पूर्व ही निलंबित किया गया था। इसके बाद उनका मुख्यालय समस्तीपुर कर दिया गया। कुछ दिनों के लिए निलंबन मुक्त किया गया और उनकी ड्यूटी रक्सौल में लगा दी गयी लेकिन बाद में आईजी के आदेश पर फिर से निलंबित कर दिया गया।
14 दिसंबर को की गई स्क्रैप कटिंग :
जानकारी के अनुसार पूर्णिया कोर्ट परिसर में छह स्टीम इंजन का स्क्रैप पड़ा था। 14 दिसंबर 2021 को एसएसई आरआर झा ने अन्य लोगों के साथ स्क्रैप कटिंग करायी। फिर फर्जी मेमो दिखाकर स्क्रैप को ट्रक पर लेकर समस्तीपुर के लिए भेजा गया। लेकिन स्क्रैप लोड ट्रक व पिकअप वैन समस्तीपुर डीजल शेड नहीं पहुंचे। 17 दिसंबर तक ट्रक समस्तीपुर नहीं पहुंचा।
आरोप है कि आरपीएफ की मिलीभगत से सीनियर सेक्शन इंजीनियर ने इसकी गलत इंट्री डीजल शेड की पंजी में कर दी। ऑन ड्यूटी महिला कांस्टेबल को किसी ट्रक व स्क्रैप के नहीं पहुंचने व गलत इंट्री होने की जानकारी मिली। इसके बाद डीजल शेड में कोई ट्रक व पिकअप नहीं मिला तो महिला कांस्टेबल ने इसकी सूचना वरीय अधिकारियों को दी। इसके बाद महकमा में हड़कंप मच गया।