समस्तीपुर सदर अस्पताल में मरीजों के लिए अनूठी पहल, हर्बल गार्डेन बनाकर उसमें लगाए गए औषधीय गुण वाले पौधे
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समस्तीपुर :- समस्तीपुर सदर अस्पताल परिसर में हर्बल फुलबाड़ी बनाई गई है। इस फुलबाड़ी में औषधीय पौधे लगाए गए हैं। फुलबाड़ी आपातकालीन विभाग के बगल में सुधा काउंटर के पास की खाली जमीन को घेर कर बनाई गई है। हर पौधे के पास उसका नेम प्लेट भी लगा हुआ है, वहीं बेरिकेटिंग कर इसमें लाइट लगाने की प्रक्रिया अभी चल ही रही है।
औषधीय गुण वाले पौधे लगाए गए हैं :
हर्बल गार्डेन में विभिन्न प्रकार के औषधीय गुण वाले पौधे लगाए गए हैं। इसे पार्क की तरह बनाया गया है जिसका उद्देश्य मरीजों को लाभ पहुंचाना है। इन पौधों की हवाएं भी स्वास्थ्य के लिए लाभप्रद रहती हैं जिससे मरीजों को अस्पताल में एक अलग वातावरण का अहसास होगा। इसके रख-रखाव व सुंदरीकरण की जिम्मेदारी अस्पताल प्रबंधन की होगी। बता दें कि सदर अस्पताल परिसर में हर्बल गार्डेन जिले का यह पहला सरकारी अस्पताल है, जहां ऐसी सुविधा है।
छोटी-मोटी बीमारियों का होगा इलाज :
स्वास्थ्य विभाग बुखार, खांसी व जुकाम समेत अन्य छोटी-मोटी बीमारियों का इलाज अपने हर्बल गार्डन में मौजूद औषधीय पौधों से कर सकेगा। इसलिए हर्बल गार्डन में औषधीय गुणों वाले पौधों को लगाया गया है। हर्बल गार्डन में सभी प्रकार के औषधीय पौधे लगाए गए हैं। इनमें मुख्य रूप से अश्वगंधा, तुलसी, एलोवेरा, सतावर, निरगुंडी, अरीठा, त्रिफला आंवला, सिंदूरी, लोंग, दालचीनी, इलायची, मेंहदी, अशोक, कढ़ी पत्ता, हींग, बेल आदि जड़ी बूटियों के पौधे लगाए जाएंगे। इन पौधों के बड़े होने पर उनसे जड़ी बूटी भी निकाली जा सकेगी।
अस्पताल प्रबंधन समिति की बैठक में डीएम ने हर्बल फुलबाड़ी बनाने को कहा था :
बताते चलें की पिछले दिनों अस्पताल प्रबंधन समिति की बैठक में डीएम द्वारा सदर अस्पताल परिसर में खाली पड़ी भूमि पर हर्बल गार्डन निर्माण का प्रस्ताव दिया गया था। पूर्व में सदर अस्पताल परिसर स्थित पोषण पुनर्वास केंद्र के पीछे पार्क बनाया गया था। शुरुआती दिनों में इसमें लगाए गए पौधे की देखरेख हुई। बाद में साफ-सफाई पर ध्यान नहीं दिया गया। अब उस जगह पर माॅडल अस्पताल बनाया जाना हैं। जिसको लेकर उक्त पार्क को भी तोड़ा जाना है।