मंत्री बनने से पहले फूट-फूट कर रोने लगे रत्नेश सदा, CM नीतीश का नाम लेकर बोले … वो मेरे विश्वकर्मा और हाथ- पैर
व्हाट्सएप पर हमसे जुड़े
नीतीश कुमार मेरे हाथ पैर हैं। नीतीश कुमार हमारे लिए विश्वकर्मा के समान है। हमारा आंसू सिर्फ खुशी का आंसू नहीं बल्कि पूरे बिहार के दलित समाज का आंसु है। उन्होंने मुझ पर भरोसा जताया और यह जिम्मेदारी दी है यह बहुत बड़ी बात है मैं उनके भरोसे पर खरा उतरूंगा। यह बातें नीतीश कैबिनेट में शामिल होने वाले जेडीयू विधायक रत्नेश सदा ने शपथ ग्रहण से पहले कही है।
दरअसल, नीतीश कैबिनेट में शामिल होने वाले मंत्री रत्नेश सदा से जब नीतीश कुमार को लेकर सवाल किया गया है तो वह फूट-फूट कर रोने लगा। इसके बाद उन्होंने कहा कि आप उनका नाम मत लीजिए। वह मेरे हाथ पैर हैं। वह मेरे लिए विश्वकर्मा के समान है। उन्होंने मुझे जो जिम्मेदारी दी है उसके लिए मैं सदा तत्पर रहूंगा। मैं सदा हमेशा उनके भरोसे पर खरा उतरूंगा।
मालूम हो कि, जेडीयू विधायक रत्नेश सदा सरल स्वभाव के व्यक्ति हैं। उनके पिता लक्ष्मी सदा मजदूर रहे हैं। खुद रत्नेश सदा ने लम्बे समय तक रिक्शा चलाया है। अब नीतीश कैबिनेट में मंत्री बनकर विभाग चलाएंगे। रत्नेश सदा जेडीयू के उन नेताओं में से एक हैं, जिनपर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भरोसा करते हैं। यही वजह है कि रत्नेश सदा को नीतीश कैबिनेट में जगह मिली है।
वहीं, रत्नेश सदा सरल स्वभाव के पढ़े-लिखे व्यक्ति हैं। चुनाव आयोग में 2020 में दायर किए हलफनामे के अनुसार, उनकी शैक्षणिक योग्यता स्नातक है। उन्होंने संस्कृत में आर्चाय की डिग्री हासिल की है। इस वक्त वो 49 साल है। हलफनामे के मुताबिक, उनकी चल-अचल संपत्ति 1.30 करोड़ है। रत्नेश सदा पर किसी तरह का कोई भी आपराधिक केस नहीं है। वे सहरसा जिले के कहरा कुट्टी वार्ड नंबर 6 के रहने वाले हैं। उनके तीन बेटे और दो बेटियां हैं।
आपको बताते चलें कि, मांझी के बेटे संतोष सुमन की जगह मंत्रिमंडल में शामिल होने जा रहे रत्नेश सदा भी मुसहर समाज से आते हैं। ऐसा कहा जाता है कि, रत्नेश सदा अपने समाज में जीतन राम मांझी से ज्यादा जनाधार रखते हैं। अब आज राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर राजभवन में विधायक रत्नेश सदा को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाएंगे। राजभवन के सभागार में सुबह साढ़े दस बजे शपथग्रहण समारोह होगा। इस मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव समेत तमाम मंत्रिगण और आलाधिकारी मौजूद रहेंगे।