केंद्रीय मंत्री बोले- ‘मैंने अपने नशा करने वाले बेटे की शादी कर गलती की थी, जिसकी वजह से मेरी बहू विधवा हो गई’
मैंने एक गलती करके अपने नशा करने वाले लड़के की शादी कर दी, जिसकी वजह से आज मेरी बहू विधवा हो गई. अब कोई और लड़की विधवा न हो, इसलिए अपनी लड़कियों की शादी किसी भी नशा करने वाले व्यक्ति से ना करें, चाहे वह कितने बड़े पद, पोस्ट पर हो और चाहे कितना ही वह अमीर हो.
नशाखोरी के खिलाफ ये ट्वीट मोदी सरकार में केंद्रीय राज्य मंत्री कौशल किशोर ने किया है. कौशल किशोर आवास एवं शहरी कार्य मंत्रालय में राज्य मंत्री हैं. लखनऊ के मोहनलाल गंज से सांसद हैं. इस ट्वीट में बीजेपी (BJP) सांसद ने अपने बेटे की मौत का जिक्र किया है. साल 2020 में उनके बेटे आकाश किशोर की 28 साल की उम्र में मौत हो गई थी. रिपोर्ट्स के मुताबिक आकाश किशोर को शराब की लत थी. शराब की लत के कारण बेटे की मौत के बाद कौशल किशोर ने नशे के खिलाफ अभियान छेड़ा, जो तब से लगातार जारी है.
‘लड़का नशा करता हो तो लड़कियां शादी से इनकार कर दें’
31 दिसंबर, 2022 की सुबह मंत्री कौशल किशोर ने ट्वीट कर अपील की है कि लड़कियों की शादी नशा करने वाले व्यक्ति से ना कराएं.
मैंने एक गलती करके अपने नशा करने वाले लड़के की शादी कर दी जिसकी वजह से आज मेरी बहू विधवा हो गई अब कोई और लड़की विधवा ना हो इसलिए अपनी लड़कियों की शादी किसी भी नशा करने वाले व्यक्ति से न करें चाहे वह कितने बड़े पद, पोस्ट पर हो और चाहे कितना ही वह अमीर हो।
— Kaushal Kishore (@mp_kaushal) December 31, 2022
इसके आगे मंत्री ने नशाखोरी के कारण होने वाली समस्याओं का जिक्र करते हुए लिखा, ‘अगर नशा न करने वाले किसी गरीब लड़के से शादी करेंगे तो कम से कम लड़कियां सुरक्षित रहेंगी और अमन चैन से रहेंगी, लेकिन जो लोग नशा करते हैं, वह लोग घर में मारपीट, झगड़ा, विवाद, गाली-गलौज करते हैं. इसकी वजह से परिवार पीड़ित रहता है और महिलाओं को, बच्चों को सबसे ज्यादा यह पीड़ा झेलनी पड़ती है. इससे बचने के लिए सभी से अनुरोध है अपनी लड़कियों की शादी नशा न करने वाले लड़कों से ही करें. लड़कियों से भी मेरा अनुरोध है कि लड़कियां नशा करने वाले लड़कों से शादी करने से इनकार कर दें. ऐसे लड़कों से ही शादी करें, जो नशा नहीं करते.’
‘आखिरी सांस तक नशे के खिलाफ आंदोलन करता रहूंगा’
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक हाल ही में एक नशामुक्ति कार्यक्रम में केंद्रीय राज्यमंत्री मंत्री ने कहा था कि खुद सांसद और पत्नी के विधायक रहते हुए भी वो अपने बेटे की जिंदगी नहीं बचा पाए, ऐसे में आम जनता ऐसा कैसे कर पाएगी. उन्होंने कहा था, ‘मेरा बेटा (आकाश किशोर) अपने दोस्तों के साथ शराब पीने का आदी था. उसे नशामुक्ति केंद्र में भर्ती कराया गया था. यह मानते हुए कि वह बुरी आदत छोड़ देगा, 6 महीने बाद उसकी शादी करा दी गई. हालांकि, उसने अपनी शादी के बाद फिर से शराब पीना शुरू कर दिया और आखिरकार उसकी मौत हो गई. दो साल पहले, 19 अक्टूबर को जब आकाश का निधन हुआ, तब उसका बेटा बमुश्किल दो साल का था.’
केंद्रीय राज्यमंत्री मंत्री कौशल किशोर ने पूरे देश को नशामुक्त बनाने का संकल्प लिया है, इसके लिए वे लगातार सक्रिय हैं. उन्होंने कहा है कि वे अपनी आखिरी सांस तक नशे के खिलाफ आंदोलन करते रहेंगे, जब तक भारत नशे से मुक्त नहीं हो जाता.