नीतीश के तल्ख तेवर से NDA में हड़कंप! CM ने 9 सीटों को किया रिजेक्ट, दल के नेताओं को दिया टास्क..BJP से बात कर वापस लें अपनी सीट

एनडीए में सीटों का बंटवारा हो गया है। इसके बाद भी विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। सीट बंटवारे से जदयू में खलबली मची हुई है। कहा जा रहा है की सीट बंटवारे से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खुश नहीं है। जनता दल यूनाइटेड के हिसाब से सीट का चयन नहीं किया गया है। विश्वस्त सूत्र बताते हैं कि नीतीश कुमार अपनी पार्टी के लिए 103 सीटें लॉक किया था। हालांकि बंटवारे में जदयू के खाते में 101 सीट ही आई। इससे भी बड़ा इश्यू तब खड़ा हो गया है जब नीतीश कुमार की पसंद वाली सीट नहीं मिली । भारतीय जनता पार्टी ने जदयू के लिए जो 101 सीट दी है, उसमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 92 सीटों पर ही हामी भरी है। नौ विधान सभा सीटों को रिजेक्ट कर दिया है। इसके बाद खलबली मच गई है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने वरिष्ठ नेताओं को इस संबंध में भारतीय जनता पार्टी के नेताओं से बात करने को कहा है। इसमें सुधार को कहा गया है।
मुख्यमंत्री के इस आदेश के बाद जदयू के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय झा की आवास पर भारतीय जनता पार्टी के नेताओं की बैठक हुई है । जानकारी के अनुसार जिन नौ सीटों को नीतीश कुमार ने रिजेक्ट किया है वह जदयू के हिसाब से सही नहीं है। NDA में सीट बंटवारे में वो सीट लोजपा रामविलास के खाते में दे दी गई थी।

पार्टी ने एकबार फिर से उन सीटों की डिमांड की है, जहां से दल के उम्मीदवार पहले से लड़ते रहे हैं और जीतते रहे हैं । इनमें एक सीट सोनबरसा है जहां से रत्नेश सदा पार्टी विधायक और मंत्री हैं। विवादों के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज रत्नेश सदा को पार्टी का सिंबल भी दे दिया।वे कल मंगलवार को नामांकन दाखिल करेंगे।
विश्वस्त सूत्र बताते हैं कि नीतीश कुमार के तल्ख तेवर के बाद ही सोमवार शाम होने वाली एनडीए की प्रेस कॉन्फ्रेंस स्थगित कर दी गई। जेडीयू बीजेपी के बड़े नेताओं के बीच लंबे समय तक बैठक चलती रही। संभावना है कि मंगलवार को एनडीए का प्रेस कॉन्फ्रेंस हो और आधिकारिक तौर पर गठबंधन में सीटों का ऐलान हो।







