समस्तीपुर पुलिस लाइन में नवचयिनत सिपाहियों के सर्टिफिकेटों का चल रहा है सत्यापन, 507 सिपाहियों को 30 जून तक करना है योगदान
जुलाई महीने से सभी को भेजा जाएगा ट्रेनिंग पर
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समस्तीपुर : केन्द्रीय चयन पर्षद की ओर से आयोजित सिपाही भर्ती परीक्षा में सफल अभ्यर्थियों के सर्टिफिकेटों का सत्यापन पुलिस लाइन परिसर में जारी है। पुलिस लाइन में 1 जून से 30 जून तक सभी सफल अभ्यर्थियों को अपने-अपने आवंटित जिलो में जॉइन करना है। अभ्यर्थियों को जॉइन करने के समय अपने सभी जरूरी कागजात लेकर आना है, जहां पुलिस लाइन के डीएसपी सुनील कुमार सिंह के निर्देशन में कागजातों की जांच चल रही है।
जॉइनिंग के समय अभ्यर्थियों का सभी कागजात उपलब्ध होना अनिवार्य है। बता दें कि समस्तीपुर जिले में कुल 507 सिपाहियों को योगदान देना है। बुधवार तक करीब 150 अभ्यर्थियों ने कागजातों का सत्यापन करा लिया था। 30 जून के बाद सभी नवनियुक्त सिपाहियों की ट्रेनिंग अलग-अलग जिलों के पुलिस लाइन परिसर में शुरू की जाएगी। वहीं समस्तीपुर पुलिस लाइन में भी दूसरे जिले में ज्वाइन करने वाले 300 सिपाही को ट्रेनिंग दी जाएगी। बता दें कि इसकी लिखित परीक्षा अगस्त 2024 में छह चरणों में आयोजित की गई थी, जबकि शारीरिक दक्षता परीक्षा पिछले वर्ष दिसंबर में शुरू होकर इस वर्ष मार्च तक चली थी।
पुलिस लाइन में 300 सिपाही लेंगे ट्रेनिंग :
नवचयिनत सिपाहियों की ट्रेनिंग जुलाई माह से शुरू होने की संभावना है। प्रथम चरण में बिहार के विभिन्न जिलों के 300 महिला-पुरुष जवानों को समस्तीपुर पुलिस लाइन में ट्रेनिंग दिया जाएगा। लाइन डीएसपी सुनील कुमार सिंह ने बताया कि बिहार के विभिन्न जिलों से चयनित 300 जिला पुलिस बल के जवानों को आगामी जुलाई माह से पुलिस केन्द्र में प्रशिक्षण दिया जाएगा। अभी 30 जुन तक सर्टिफिकेट का सत्यापन होना है। नवचयिनत जवानों को ट्रेनिंग देने के लिए एसपी अशोक मिश्रा के निर्देश पर डीएसपी, इंस्पेक्टर, सब-इंस्पेक्टर, जमादार व वरीय सिपाही को जिम्मेवारी सौंपी जाएगी। अभी कागजातों का सत्यापन चल रहा है। इसके बाद वरीय अफसरों द्वारा राज्य के विभिन्न जिलों के नवचयिनत जिला पुलिस बल के जवानों को प्रशिक्षण दिया जाएगा।
नया भवन बनाने का भेजा जा चुका है प्रस्ताव :
जिला पुलिस केन्द्र में विभिन्न जिलों के नवचयिनत जिला पुलिस बल के महिला व पुरुष जवानों को ट्रेंड करने के लिए नया भवन निर्माण कराने का प्रस्ताव भी पुलिस मुख्यालय को पहले ही भेजा जा चुका है। प्रस्ताव स्वीकृत किए जाने के बाद अभियंताओं द्वारा उसका प्राक्कलन तैयार होगा। प्राक्कलन की स्वीकृति मिलने पर निविदा प्रक्रिया पूरी कर निर्माण कार्य शुरू कराया जाएगा। भवन का निर्माण हो जाने से यहां स्थाई प्रशिक्षण केंद्र स्थापित किया जा सकता है। तब तक पुराने भवन को सुसज्जित ही सुसज्जित कर उसमें आवासन की व्यवस्था की जा रही है।