समस्तीपुर में होमगार्ड शारीरिक दक्षता परीक्षा में धांधली का आरोप, DM ने कमांडेंट को पूरी चयन प्रक्रिया से ही हटाया
DM ने ADM को दिया जांच का आदेश, आरोप साबित होने पर होगी विभागीय कार्रवाई
बिचौलियों को किया जा रहा चिन्हित, FIR दर्ज कर किये जाएंगे गिरफ्तार
731 रिक्त पदों पर होनी है होमगार्ड की बहाली, 25 हजार 369 प्राप्त हुए हैं आवेदन
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समस्तीपुर [अविनाश कुमार] : जिले में 731 रिक्त पदों पर होमगार्ड की बहाली प्रक्रिया दुधपुरा स्थित पुलिस लाइन में चल रही है। इस बीच धांधली करने और विभिन्न काउंटरों पर प्रतिनियुक्त नोडल अधिकारी, शिक्षक एवं कार्यरत एजेंसी के कर्मियों पर अभ्यर्थी विशेष के पक्ष में दबाव डालने के आरोप में होमगार्ड के जिला कमांडेंट मो. ऐहतशाम अली के खिलाफ वरिय नोडल पदाधिकारी सह एडीएम (आपदा) राजेश सिंह ने डीएम रोशन कुशवाहा को पत्र लिख इसकी जानकारी दी। शिकायत मिलते ही डीएम ने त्वरित रूप से कारवाई करते हुए होम गार्ड के कमांडेंट मो. ऐहतशाम अली को पूरी चयन प्रक्रिया से ही बाहर कर दिया है व उनपर जांच बैठा दी है।
होमगार्ड बहाली में कमांडेंट पर धांधली और अभ्यर्थी विशेष के पक्ष में दबाव डालने की करतूत पहले दिन से ही सामने आ रहा है। हालांकि कोई ठोस आधार नहीं मिलने के कारण उनपर कारवाई नहीं की जा रही थी। लेकिन काउंटर पर मौजूद नोडल अधिकारी, शिक्षक एवं कार्यरत एजेंसी द्वारा वरीय नोडल अधिकारी राजेश कुमार सिंह को लिखित रूप से शिकायत की गई, जिसके बाद उन्होंने अविलंब डीएम को इसकी जानकारी देते हुए बताया कि स्वच्छ नामांकन प्रक्रिया के दौरान लगातार धांधली के आरोप मिल रहे थे। होम गार्ड के कमांडेंट मो. ऐहतशाम अली की भाषा शैली भी अमर्यादित रही है। कमांडेंट के द्वारा विभिन्न काउंटरों पर अभ्यर्थी विशेष के पक्ष में दबाव डालने के दौरान उनके अनुकूल कार्य नहीं होने पर अमर्यादित भाषा का प्रयोग करने का भी आरोप है।

इधर डीएम रोशन कुशवाहा ने कमांडेंट मो. ऐहतशाम अली को शारिरिक दक्षता सक्षमता जांच परीक्षा से बाहर करते हुए एक पत्र जारी किया गया है जिसमें डीएम ने बताया है कि कमांडेंट पर लगे गंभीर आरोपों की जांच आवश्यक है, ताकि गृहरक्षकों के स्वच्छ नामांकन हेतु शारीरिक दक्षता सक्षमता परीक्षा की गोपनीयता, स्वच्छता एवं सूचिता बनी रहे। शारीरिक दक्षता सक्षमता परीक्षा की समाप्ति के पश्चात समेकित मेधा सूची के प्रत्येक पृष्ठ पर हस्ताक्षर करने हेतु इनके स्थान पर जिला समादेष्टा कार्यालय के इंस्पेक्टर संजीव रंजन प्रसाद को नियुक्त किया गया है। इनके सहयोग में अनीष कुमार रहेंगे।
एडीएम करेंगे मामले की जांच :
होम गार्ड के कमांडेंट मो. ऐहतशाम अली के उपर लगे आरोपों की जांच के लिए डीएम ने एडीएम के नेतृत्व में जांच कमिटी भी गठित कर दी है। अगर जांच के दौरान कमांडेंट की भूमिका संदिग्ध और उनपर लगे आरोप सही साबित होते हैं तो उनपर कारवाई तय है। डीएम रोशन कुशवाहा ने बताया की निष्पक्ष तरीके से बहाली हो इसके लिये डिजिटल तरीके से इस प्रक्रिया को किया जा रहा है। दौड़ की प्रक्रिया के बाद उंची कूद, लंबी कूद व गोला फेंक की प्रक्रिया होती है। इस पूरे प्रकिया की निगरानी सीसीटीवी व हैंड कैमरे से किया जा रहा है।
जिले में 731 पदों के लिए यह बहाली प्रक्रिया चल रही है। निष्पक्ष और पारदर्शिता को ध्यान में रखते हुए कमांडेंट पर लगे आरोप के बाद उनको पूरी चयन प्रक्रिया से ही बाहर कर दिया गया है। वहीं एडीएम को जांच कर रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया गया है। इस मामले में शामिल बिचौलियों को भी चिन्हित किया जा रहा है। इध सभी पर जिला प्रशासन के द्वारा प्राथमिकी भी दर्ज करायी जा सकती है।

4 से 5 लाख रुपये में पास कराने का लिया जाता है टेंडर :
होमगार्ड की शारीरिक दक्षता परीक्षा में उम्मीदवारों से पास कराने के नाम पर रूपये एंठने का मामला सामने आते ही जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया है। सूत्रों के अनुसार, अभ्यर्थियों को परीक्षा पास कराने के लिए 4 से 5 लाख रुपये तक की मोटी रकम वसूली जा रही है। यह पूरा खेल बिचौलियों के माध्यम से संचालित हो रहा था, जो कथित रूप से कुछ अधिकारी से मिलीभगत करके परीक्षा प्रक्रिया को प्रभावित कर रहे थे।जानकारी के अनुसार, बिचौलियों का एक नेटवर्क अभ्यर्थियों से संपर्क कर उन्हें पास कराने का ‘पैकेज’ ऑफर करता है।
पैसे की अदायगी के बाद इन अभ्यर्थियों को शारीरिक परीक्षा में अनियमित तरीके से पास किया जाता है। हालांकि डीएम ने स्पष्ट किया है कि भर्ती प्रक्रिया में किसी भी तरह की अनियमितता नहीं हो रही है। एक अधिकारी हाइट, उंची कूद समेत अन्य शारीरिक दक्षता परीक्षा के प्रकिया में दबाव दे रहे थे, उनको पूरी चयन प्रक्रिया से ही बाहर कर दिया गया है। किसी भी कीमत पर भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। प्रशासन नामांकन प्रक्रिया की निष्पक्षता और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए पूरी सतर्कता से काम कर रहा है।
पास कराने के लिए पीले रिवन से की गयी थी कोडिंग :
बताया गया है कि दौड़ में शामिल विशेष अभ्यर्थी जिन्होंने पास होने के लिए बिचौलियों को पैसे दिए थे उन्हें बिचौलियों के द्वारा पीला रिवन दिया गया था, ताकि अंदर में मौजूद अधिकारी उसकी पहचान कर सके और पास कराने में उसकी मदद कर सके। जिला प्रशासन के द्वारा ऐसे करीब दो दर्जन से अधिक महिला और पुरुष अभ्यर्थियों को सीसीटीवी कैमरे से चिन्हित भी किया गया है। जिला प्रशासन के द्वारा उक्त अभ्यर्थियों पर भी कार्यवाही की जा सकती है। वहीं कुछ बिचौलियों को भी चिन्हित किया गया है जिनके माध्यम से धांधली का पूरा खेल रचा गया। बता दें कि होमगार्ड की बहाली को लेकर समस्तीपुर में 25 हजार 369 आवेदन आए है, जिसमें 19 हजारों 290 पुरुष, 6 हजार 78 महिला तथा एक ट्रांसजेंडर का आवेदन प्राप्त हुआ है।

अभ्यर्थियों से डीएम ने की अपील :
सभी उम्मीदवार व अभिभावकों से अपील करते हुए डीएम रोशन कुशवाहा ने कहा की जिला प्रशासन की जो प्रकिया है वह पूरी तरह से पारदर्शी है, इसपर लह भरोसा रखे। किसी भी बिचौलियों या कोई सरकारी कर्मी जो पैसे लेकर परीक्षा पास कराने की बात कह रहा है तो इससे सचेत रहें और ऐसा कोई व्यक्ति इन बिचौलियों की जानकारी देता है तो सीधे डीएम कार्यालय आकर मिलें। उनकी पहचान गोपनीय रखी जाएगी और ऐसे बिचौलियों पर एफआईआर दर्ज कर उनको जेल भेजेंगे। ताकि ऐसे लोगों के बहकावे में लोग ना आए।
वर्जन :
गृहरक्षकों के स्वच्छ नामांकन हेतु शारीरिक दक्षता जांच परीक्षा चल रही है। प्रक्रिया के दौरान कमांडेंट के द्वारा काउंटर पर विशेष अभ्यर्थी के पक्ष में दबाव डालने और काउंटर पर मौजूद कर्मी से अमर्यादित भाषा में बात करने का मामला सामने आने के बाद डीएम से इसकी शिकायत की गयी थी। डीएम ने कारवाई करते हुये उन्हें चयन प्रक्रिया से बाहर कर दिया है।
– राजेश कुमार सिंह
वरिय नोडल अधिकारी सह एडीएम (आपदा)
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वरिय नोडल अधिकारी के रिपोर्ट पर कमांडेंट को चयन प्रकिया से हटाया गया है। आरोप साबित होने पर कमांडेंट पर विभागीय कार्रवाई के लिये लिखा जाएगा। बिचौलियों को भी चिन्हित कर एफआईआर दर्ज कर गिरफ्तार किया जाएगा।
रोशन कुशवाहा, डीएम, समस्तीपुर
DM ने क्या कुछ कहा देखें वीडियो :