मानसून से पहले समस्तीपुर नगर निगम क्षेत्र के वार्डों में नहीं लग सकी स्ट्रीट लाइट, बढ़ेगा शहरवासियों का संकट
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समस्तीपुर :- देखते-देखते नगर निगम के करीब ढाई साल निकल गए। दूसरी बरसात भी सिर पर है, अभी तक शहर के नए-पुराने वार्डों में नई स्ट्रीट लाइट लगाने का मामला ठंडे बस्ते में है। नई स्ट्रीट लाइट लगाने का मामला मार्गदर्शन के पेच में उलझा हुआ है। कब पेच से बाहर निकलेगा, इस पर अनिश्चितता की हालत हैं। ढाई वर्षों से नई स्ट्रीट लाइट नहीं लगने से वार्ड पार्षदों में नाराजगी है। अब तक स्ट्रीट लाइट नहीं लगने को लेकर वे लोग मेयर व नगर निगम प्रशासन से लगातार सवाल ही न कर रहे हैं, दबाव भी दे रहे हैं।
शहर के वार्डों में चयनित स्थलों पर करीब चौदह हजार नई स्ट्रीट लाइट लगाई जानी है। पहले महीनों तक नगर विकास एवं आवास विभाग से नई स्ट्रीट लाइट लगाने पर रोक लगी हुई थी। वहां से रोक हटा ली गई तो फिर नगर निगम ने उससे स्ट्रीट लाइट लगाने की प्रक्रिया के कुछ बिंदु पर मार्गदर्शन की मांग कर दी। अब तक मार्गदर्शन नगर निगम को नहीं मिला है। इस दौरान मेयर अनिता राम ने कहा कि टेक्निगल स्वीकृति स्थायी समिति से दे दी गई है।
अब टेंडर की प्रक्रिया शुरू होनी है। यह भी कहा कि नगर विकास विभाग से मार्गदर्शन भेजने की जरूरत ही नहीं थी। यह अनावयक था। नई स्ट्रीट लाइट के अधिष्ठापन पर पेंच वार्डवार टेंडर करने या समेकित रूप से टेंडर करने पर फंसा है। इससे पहले भी पिछले साल पेंच फंसा था, जब नगर निगम ने अपने स्तर से नई स्ट्रीट लाइट लगाने की कवायद शुरू की थी। जिस पर नगर विकास विभाग ने रोक लगायी थी। जिस रोक को हटाते हुए नगर निगम ने विभाग से मार्गदर्शन मांगा था जो उस समय मिला नहीं। बाद में रोक संबधी मामला हाई कोर्ट में पहुंचा, जिस पर हाई कोर्ट का रोक हटाने का आदेश पारित हुआ था। जिसके बाद नगर विकास विभाग से नई स्ट्रीट लाइट लगाने पर गाइडलाइन नगर निगम को जारी किया था।
गाइडलाइंस के अनुसार नगर निगम ने पिछले साल नई स्ट्रीट लाइट लगाने की तैयारी शुरू कर दी थी। कुल 47 वार्डों में चिह्नित स्थलों पर कुल 14 हजार से अधिक स्ट्रीट लाइट लगाने की रूपरेखा पर काम शुरू किया जाने लगा था। इसी बीच, नई गाइडलाइंस के तहत टेंडर कैसे किया जाय, वार्डवार या समेकित रूप से, इसी तकनीकी समस्या पर मेयर अनिता राम की अध्यक्षता में महीनों पहले सभी वार्ड पार्षदों की बैठक बुलाई गई थी। जिसमें इस गाइडलाइंस की शर्तों के तहत नई स्ट्रीट लाइट लगाने की प्रक्रिया में वार्डवार टेंडर करने पर पार्षदों की एक राय बना ली गई। साथ ही नगर निगम से नगर विकास विभाग को बैठक में लिए गए निर्णय का उल्लेख करते हुए संबधित पत्र विभाग को भेजते हुए विभाग से मार्गदर्शन मांगा गया है।
इस मार्गदर्शन पत्र में विभाग को निगम की ओर से कूद सुझाव भी दिए गए हैं। नगर विकास विभाग से मार्गदर्शन आने का इंतजार नगर निगम कर रहा है। मेयर अनीता राम ने अपने स्तर से भी विभाग के सचिव अभय कुमार से मिल कर जल्द मार्गदर्शन देने का अनुरोध किया था। सूत्र ने बताया कि नगर आयुक्त की मंशा है कि मार्गदर्शन आने के बाद मामले को आगे बढ़ाया जाय। ताकि विधिवत काम हो ताकि बाद में कोई सवाल ना उठाए। जबकि मेयर की मंशा है कि पूर्व से दिए गए मार्गदर्शन पर ही विधिवत काम को आगे बढ़ाया जाए।
बता दें, कि डेढ़ साल पहले समस्तीपुर नगर निगम ने नई स्ट्रीट लाइट की खरीद व उसे लगाने की तैयारी शुरू की थी। जिस पर अचानक रोक लगाते हए नगर विकास विभाग ने कहा था कि सरकार को यह सूचना मिल रही है कि नगर निकायों द्वारा स्ट्रीट लाइट की खरीद व उनके अधिष्ठापन में निर्धारित स्पेशिफिकेशन व दरों में निकायों में काफी अंतर पाया जा रहा है। साथ ही प्रतिष्ठित कंपनियों से लाइटों की खरीद ना कर अन्य कंपनियों से खरीद की जा रही है। इसको देखते हए स्ट्रीट लाइटों की खरीद व अधिष्ठापन कार्य पर तत्काल रोक लगाई जाती है। अगले आदेश तक यह रोक लगी रहेगी।