दिलचस्प खबर: समस्तीपुर रेल मंडल ने बनाया अनोखा रिकॉर्ड, रेल पुल और इंजन इतने करोड़ में बेच डाला
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समस्तीपुर :- समस्तीपुर रेल मंडल द्वारा गुरुवार 18 अप्रैल को किये गये स्क्रैप निलामी के तहत कुल 2.93 करोड़ के राजस्व की प्राप्ति हुई है, जो कि इस वित्तीय वर्ष में पूर्व मध्य रेल के किसी भी मंडल द्वारा स्क्रैप बिक्री में सर्वाधिक है। गुरुवार के निलामी में मुख्य रूप से 02 लोको इंजन एवं काफी पुराना अनुपयोगी ब्रीज सं0-17 भी सम्मिलित था।
लोको का बिक्री दर वर्तमान समय में भरतीय रेल के किसी भी मंडल द्वारा बिक्री दर में सर्वाधिक है। साथ ही हायाघाट-थलवारा स्टेशन के मध्य स्थित लगभग 2 वर्षों से पड़ा हुआ ब्रीज 17 की बिक्री से वांछित राजस्व की प्राप्ति हुई है।
कहां किया जाता है इन पैसों का इस्तेमाल :
रेल मंत्रालय के अनुसार, भारतीय रेलवे नीलामी के माध्यम से कबाड़ को बेचता है। इससे रेलवे को एक अच्छी खासी रकम प्राप्त होती है, जिसका उपयोग रेलवे के विकास के लिए उपयोग किया जाता है। मंत्रालय ने कहा कि प्लेटफॉर्म, पटरी निर्माण और निर्माधीन योजनाओं में कबाड़ को ई-ऑक्शन के द्वारा सेल किया जाता है। इनका निपटान रेलवे के कोडल प्रोविजन के अनुसार किया जाता है।
क्या है स्क्रैप बिक्री?
स्क्रैप बिक्री का मतलब होता है कबाड़ बेचना। आप रेलवे ट्रैक के आस-पास जो कबाड़ की ढेर देखते हैं, उसे समय-समय पर रेलवे बेचता है। वो सारे कबाड़ रेलवे की संपत्ति होते हैं। अगर कोई उसकी चोरी करते हुए पकड़ा जाता है तो उसके उपर कार्रवाई भी होती है। रेलवे हर साल स्टेशन पर मौजूद कबाड़ को बेचता है और उससे हुई कमाई के आंकड़े पेश करता है।