नीतीश सरकार पर भड़की बीजेपी, कहा- अधिकारियों को सोशल मीडिया चलाने से रोकना तानाशाही
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बिहार में आईएएस और आईपीएस विवाद में बीजेपी ने नीतीश सरकार पर हमला बोला है। बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने भ्रष्ट अधिकारियों द्वारा बिहारियों का अपमान करने को गलत बताया। वहीं, विधान परिषद में विपक्ष के नेता सम्राट चौधरी ने अधिकारियों और सराकरी कर्मचारियों को सोशल मीडिया के इस्तेमाल से रोकने को नीतीश सरकार की तानाशाही करार दिया है। उन्होंने कहा कि अगर अधिकारी बेलगाम हुए तो सरकारी ही जिम्मेदार होगी।
सम्राट चौधरी ने बुधवार को मीडिया से बातचीत में कहा कि बिहार तानाशाही से नहीं, बल्कि कानून से चलेगा। अभिव्यक्ति की आजादी पर रोक लगाने की नीयत से सरकारी कर्मियों को सोशल मीडिया के उपयोग करने से रोकने का प्रयास तानाशाही मनोवृति को दर्शाता है। अगर अधिकारी भड़के तो फिर नीतीश सरकार ही जिम्मेदारी होगी।
दूसरी ओर, बीजेपी नेता विजय कुमार सिन्हा ने राज्य सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि भ्रष्ट अधिकारियों द्वारा बिहारियों का अपमान कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने आरोप लगाया कि सत्ता में बैठे नेता बिहारियों का अपमान करवा रहे हैं।
बता दें कि बिहार में होमगार्ड आईजी विकास वैभव ने अपनी सीनियर आईपीएस एवं डीजी शोभा अहोतकर पर उन्हें प्रताड़ित करने के आरोप लगाए। इसके बाद सीएम नीतीश ने विकास वैभव को नसीहत दी थी कि कोई दिक्कत है तो ट्वीट करके बखेड़ा न खड़ा करें। अपने सीनियर अधिकारियों को बताएं। इसके बाद आईपीएस विकास वैभव ने गृह विभाग को चिट्ठी लिखकर अपने पद से मुक्ति दिलाने की मांग की।
इसके अलावा मद्यनिषेध एवं उत्पाद विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था। इसमें वे बिहारियों को अपशब्द कहते हुए और जूनियर अधिकारियों को गाली देते हुए नजर आ रहे थे। आईएएस अधिकारी के वीडियो पर भी खूब विवाद हुआ। बीजेपी उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रही है।