बिहार में झकझोर देनेवाली घटना, कुत्तों ने तीन साल की बच्ची को मां के सामने ही नोच-नोचकर मार डाला
बिहार के मुजफ्फरपुर से एक झकझोर देने वाली खबर आ रही है। यहां गली में घूमने वाले कुत्तों ने तीन साल की बच्ची एंजल को नोच-नोचकर मार डाला। जबकि बचाने की कोशिश करने वाली उसकी मां बुरी तरह से जख्मी है। यह घटना मुजफ्फरपुर शहर के मिठनपुरा थाना क्षेत्र स्थिति वीसी लेन साईं मंदिर गली में शनिवार को हुई। इसके बाद जहां शहर के लोग हैरान हैं। वहीं नगर निगम प्रशासन की व्यवस्था सवालों के घेरे में आ गई है।
दुकान जाने के दौरान हमला
शनिवार को दिन के करीब 11 बजे एंजल अपनी मां रीतू कुमारी के साथ गली की दुकान में बिस्कुट खरीदने जा रही थी। इस बीच मौका देखकर दो कुत्तों ने उसपर हमला कर दिया। उसकी मां ने बचाने का प्रयास किया, लेकिन बच्ची के गर्दन को कुत्तों ने अपने जबड़े में दबोच लिया। बच्ची को बचाने के लिए वह लगातार संघर्ष कर रही थी। इस क्रम में वह भी बुरी तरह से जख्मी हो गई। इस बीच वहां से गुजर रहे मजदूरों की नजर जब उन कुत्तों पर पड़ी तो उन्होंने डंडे मारकर कुत्तों को भगाया और बच्ची को मुक्त कराया। इसके बाद उसे एक निजी अस्पताल ले जाया गया। वहां उसकी खराब हालत को देखते हुए श्रीकृष्ण चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल (एसकेएमसीएच) रेफर कर दिया।
शरीर पर एक दर्जन जख्म
कुत्तों के हमले से बुरी तरह जख्मी हो चुकी बच्ची ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। मृत बच्ची की मां शिवशंकर पथ मोहल्ले में किराये के मकान में रहती है। वह लोगों के घरों में काम कर गुजर-बसर करती है। उसका पति आनंद महतो कोलकाता में काम करता है। ये लोग मूलरूप से सकरा थान अंतर्गत बाजितपुर सुंदरपुर के रहने वाले हैं।
माता-पिता की इकलौती संतान थी बच्ची
एंजल इनकी इकलौत संतान थी। इलाज करने वाले चिकित्सक ने बताया कि कुत्तों ने बच्ची को बुरी तरह से नोच दिया था। उसके शरीर पर करीब एक दर्जन जख्म थे। इस बारे में एसकेएमसीएच के ओपी प्रभारी ने कहा कि स्वजन ने कुत्ता काटने से बच्ची की मौत की बात कही है। पोस्टमार्टम नहीं कराया गया है। वहीं बच्ची के मौसा का कहना है कि कुत्तों के हमले से बच्ची की मौत हुई। इसलिए मामला दर्ज नहीं कराया गया है।