डॉ. राजेन्द्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा ने NIRF रैंकिंग में लगाई बड़ी छलांग

समस्तीपुर : डॉ. राजेन्द्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय, पूसा ने एक बार फिर राष्ट्रीय स्तर पर अपनी अलग पहचान बनाई है। भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय द्वारा 4 सितम्बर को जारी नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क (NIRF) में विश्वविद्यालय ने कृषि एवं संबद्ध विश्वविद्यालयों की श्रेणी में देशभर में 14वां स्थान हासिल किया है। वहीं, केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालयों में विश्वविद्यालय को पहला स्थान मिला है। इतना ही नहीं, पूर्वी भारत के सभी कृषि विश्वविद्यालयों में भी यह विश्वविद्यालय प्रथम स्थान पर रहा है।
पिछले वर्ष (2024) विश्वविद्यालय की रैंक 29वीं थी, जबकि इस वर्ष 15 पायदान की छलांग लगाते हुए यह 14वें स्थान पर पहुंच गया है। लगातार दो वर्षों से रैंकिंग में सुधार होना विश्वविद्यालय के लिए एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है। कुलपति डॉ. पी. एस. पांडेय ने कहा कि शिक्षा, अनुसंधान और प्रसार के क्षेत्र में हो रहे तेजी से सुधार का ही परिणाम है कि विश्वविद्यालय को यह उपलब्धि मिली है।

उन्होंने कहा कि इस सफलता में शिक्षक, वैज्ञानिक, कर्मचारी और छात्र-छात्राओं सभी का योगदान है। साथ ही उन्होंने इस उपलब्धि को और बेहतर बनाने के लिए सामूहिक प्रयास की अपील की और लक्ष्य रखा कि विश्वविद्यालय को अंतरराष्ट्रीय स्तर की रैंकिंग में भी चमकाना है। कुलसचिव डॉ. मृत्युंजय कुमार ने कहा कि विश्वविद्यालय पिछले तीन वर्षों से लगातार नए मुकाम हासिल कर रहा है।

निदेशक अनुसंधान डॉ. ए. के. सिंह ने बताया कि अनुसंधान की गुणवत्ता में उल्लेखनीय सुधार हुआ है और किसानों व आम लोगों के हित को ध्यान में रखते हुए रिसर्च किए जा रहे हैं। पिछले तीन सालों में विश्वविद्यालय को 13 से अधिक पेटेंट प्राप्त हुए हैं।
निदेशक शिक्षा डॉ. उमाकांत बेहरा ने कहा कि विश्वविद्यालय के छात्र राष्ट्रीय ही नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर रहे हैं। शिक्षा के क्षेत्र में भी लगातार सुधार हुआ है। कुलपति की पहल पर शुरू किया गया दीक्षारंभ कोर्स विद्यार्थियों के व्यक्तित्व विकास की दिशा में एक अनूठा कदम है, जिसकी सफलता को देखते हुए सरकार ने इसे देश के सभी विश्वविद्यालयों में लागू कर दिया है।

एनआईआरएफ रैंकिंग शिक्षा मंत्रालय द्वारा विश्वविद्यालयों व कॉलेजों के प्रदर्शन के आधार पर जारी की जाती है। इसमें शिक्षा, अनुसंधान, विद्यार्थियों की सफलता और समावेशिता जैसे विभिन्न मानकों पर अंक देकर संस्थानों को रैंक प्रदान की जाती है। यह प्रणाली 2015 से लागू है। बेहतर रैंकिंग हासिल करने से डॉ. राजेन्द्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय, पूसा में शिक्षकों, वैज्ञानिकों और कर्मचारियों के बीच उत्साह का माहौल है और एक-दूसरे को बधाई एवं शुभकामनाएं दी जा रही हैं।





