डबल म’र्डर मामले में समस्तीपुर पुलिस की उपलब्धि ‘शुन्य’, गिरफ्तार सुधीर मधान को पटना हाई कोर्ट से मिल गयी बेल
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समस्तीपुर : कल्याणपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत मुक्तापुर गांव में दिसंबर महीने में हुए दोहरे हत्याकांड मामले में अब तक पुलिस अंधेरे में ही तीर चला रही है। घटना के पांच महीने बाद भी पुलिस इस नतीजे पर नहीं पहुंच सकी है की इस हत्याकांड को क्यों अंजाम दिया गया था। घटना के तीन महीने बाद मार्च महीने में मृतक के साथ ई-रिक्शे पर मौजूद सुधीर मधान को कल्याणपुर पुलिस ने गुपचुप तरीके से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। हालांकि पुलिस ने उस समय भी यह स्पष्ट नहीं किया था की इस हत्याकांड में सुधीर मधान की क्या भूमिका है और इस घटना को क्यों अंजाम दिया गया था।
पुलिस द्वारा कोर्ट में समर्पित आरोप पत्र में भी कुछ स्पस्ट इस बात का उल्लेख नहीं था, इस कारण पटना उच्च न्यायालय ने सुधीर मधान को भी 19 मई को जमानत मिल गयी। सवाल है की आखिर पुलिस दोहरे हत्याकांड मामले में इतनी स्थिरता क्यों बरत रही है। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर तीन बदमाशों को भी चिन्हित किया गया था, लेकिन अब तक ना ही उन बदमाशों की गिरफ्तारी हो सकी है और ना ही हत्याकांड को क्यों और किसलिये अंजाम दिया गया था यह स्पस्ट हो सकी है। लोग पुलिसिया अनुसंधान पर सवाल उठा रहे हैं। पूछे जाने पर मृतक विजय गुप्ता के पुत्र आयुष कुमार ने बताया अब तक पुलिस की उपलब्धि ‘शून्य’ है। एसपी, डीआईजी, डीजीपी तक दोहरे हत्याकांड मामले को लेकर दौड़ लगाते रहे, लेकिन अब तक इस मामले का खुलासा समस्तीपुर पुलिस नहीं कर सकी है।
ज्ञात हो कि 21 दिसंबर की दोपहर समस्तीपुर नगर थाना क्षेत्र के गुदरी बजार निवासी विजय गुप्ता अपने साथी सुधीर मदान के साथ गणेशी साहनी के ई रिक्शा पर बैठकर मुक्तापुर में जमीन देखने गए थे और जमीन देखकर लौटने के दौरान बाइक सवार बदमाशों ने प्रॉपर्टी डीलर विजय गुप्ता एवं ई-रिक्शा चालक को गोली मार दिया था। जिससे दोनों की मौके पर ही मौत हो गई थी।
इस मामले में मृतक प्रॉपर्टी डीलर के पुत्र आयुष कुमार ने कल्याणपुर थाने में तीन अज्ञात बदमाशों के विरुद्ध आवेदन देकर मामला दर्ज कराया था। लेकिन पुलिस की गिरफ्त से अब तक घटना को अंजाम देने वाले तीनों शुटर फरार चल रहे है। तीनों शूटर सीसीटीवी में कैद भी हुए थे लेकिन अब तक तीनों की पहचान तक नहीं हो सकी है।