अंबानी की तलाश में समस्तीपुर पहुंची यूपी STF की टीम, मिर्जापुर में कैश वैन के गार्ड की ह’त्या कर लूटे थे 40 लाख
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समस्तीपुर : उत्तरप्रदेश के मिर्जापुर में 12 सितंबर 2023 को कटरा कोतवाली क्षेत्र के बदली कटरा स्थित एक्सिस बैंक के सामने कैश वैन के गार्ड की हत्या कर 40 लाख 79 हजार 162 रुपये की लूट की घटना को अंजाम देने वाले कुख्यात अपराधी आलोक कुमार उर्फ अंबानी समेत उसके गिरोह के अन्य बदमाशों की गिरफ्तारी के लिये यूपी पुलिस की एसटीएफ की टीम ने मुसरीघरारी थाना क्षेत्र में छापेमारी की। हालांकि इस मामले को लेकर यूपी एसटीएफ की टीम ने कुछ भी बताने से इंकार किया है।
यूपी पुलिस को शक है की आलोक कुमार उर्फ अंबानी अपने साथियों के साथ समस्तीपुर जिले के मुसरीघरारी थाना क्षेत्र में ही कहीं छिपा हुआ है और यहीं से अपने गिरोह का संचालन कर रहा है। अंबानी गैंग वैसे तो वैशाली जिले में सक्रिय है, लेकिन हाल के ही दिनों में इस गैंग के समस्तीपुर जिले में एक्टिव होने की सूचना यूपी पुलिस को मिली थी। पहली बार यह गैंग तब चर्चाओं में आया था जब आलोक कुमार अंबानी के पास से समस्तीपुर में वर्ष 2017 में एके 47, कारबाइन व पिस्टल बरामद हुआ था। यह डब्ल्यू झा एवं पप्पू चौधरी गिरोह के सक्रिय अपराधी रह चुके हैं।
अंबानी मूल रूप से वैशाली जिले के जंदाहा थाना के महिसौर का रहने वाला हैं। आलोक अपना खुद का अंबानी नाम से एक गैंग चलाता है। जो केवल बैंक, कैशवैन को लूटता है। वहीं सुपारी लेकर हत्या जैसी घटनाओं को भी अंजाम देता है।पुलिस की माने तो इस गैंग के बदमाश केवल लूट व हत्या की घटनाओं को ही अंजाम देते है। इसमें उनको मोटी रकम मिलती है। जिसको पाने के बाद कुछ दिनों तक ऐशो आराम से जिंदगी बिताने के बाद फिर अपने शिकार पर निकले जाते हैं।
अंबानी नाम से चलाता है गैंग :
बताया गया कि वैशाली जिले के महिसौर गांव के रहने वाला आलोक कुमार अंबानी वर्षों पूर्व मछली का व्यापार करता था। इसी दौरान उसे डाॅन बनने की ललक चढ़ी। उसने अपने खुद का अंबानी नाम से गैंग बनाया। जिसके विरुद्ध हत्या, बैंक लूट, सहित दर्जनों मुकदमे बिहार के विभिन्न थानों में दर्ज हैं। राजीव सहनी आलोक के गांव के पास का ही है। जो मछली का व्यापार करते समय आलोक कुमार से मिला था। अधिक रुपये जल्द कमाने की लालच देकर आलोक ने राजीव को अपने गैंग में शामिल कर लिया और लूट व हत्या की घटनाओं को अंजाम दिलाने लगा।
रुपये मिलने पर राजीव भी पीछे नहीं हटा और घटना पे घटना करता रहा। दर्जनों घटनाएं करने के बावजूद राजीव का नाम प्रकाश में नहीं आया। इससे वह घटना करता रहा। इधर आलोक वैशाली जिले में बैंक लूट की घटना में शुमार था। इसलिए वह दूसरे राज्यों में जाकर लूट की घटना को अंजाम देने लगा। इसमें मीरजापुर कैशवैन लूटकांड भी शामिल है।
इसी मामले में उसकी गिरफ्तारी को लेकर यूपी पुलिस समस्तीपुर में छापेमारी कर रही है। वह लंबे समय से फरार चल रहा है और उसपर यूपी पुलिस ने ईनाम की भी घोषणा कर रखी है। वहीं इस संबंध में सदर एसडीपीओ-1 संजय कुमार पांडेय ने बताया की आधिकारिक तौर पर उन्हें इसकी जानकारी नहीं है। किसी मामले को लेकर अपराधी की तलाश में यूपी एसटीएफ आयी होगी।