बागमती के जलस्तर में पिछले कई दिनों से लगातार वृद्धि जारी, बाढ़ का बढ़ा खतरा
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समस्तीपुर/चकमेहसी/कल्याणपुर :- बागमती के जलस्तर में पिछले कई दिनों से लगातार वृद्धि जारी है। इससे चकमेहसी में वाटरवेज बांध के अंदर के निचले हिस्सों में नदी का पानी फैलने लगा है। बागमती का जलस्तर बढ़ने से वाटरवेज बांध के अंदर के सोरमार, रामपारन, रतनपुर, डरोरी, मदनपुर आदि चौर में तेजी से बाढ़ का पानी फैलने लगा है। जिससे खेतों में लगे पशुचारा, भिंडी, परवल आदि सब्जी की फसल डूबने लगी है।
किसान पानी हेलकर पशुचारा काट नौका के सहारे लाने को विवश हैं। इधर तेजी से डरोरी स्थित पोखरा में भी बाढ़ का पानी गिरने लगा है। सोरमार के कुंदन झा, डरोरी के अमृत ठाकुर आदि किसानों ने बताया कि खेत खलिहानों में बड़े-बड़े जंगल उग गए थे। नदी का पानी आने से जंगल खत्म हो जाएगा। इधर नामापुर, कलौंजर पंचायत के लोग संभावित बाढ़ की आशंका को देखते हुए बाढ़ से बचाव की तैयारी में जुट गए है।
इधर, कल्याणपुर में बूढ़ी गंडक एवं बागमती के जलस्तर में बढ़ोतरी जारी है। बूढ़ी गंडक के जलस्तर में धीमी गति से जबकि बागमती के जलस्तर में तेजी से वृद्धि हो रही है। बागमती के उफान से तटबंध के निचले इलाके में बसे लोगों को बाढ़ की आशंका सताने लगी है।
ग्रामीणों ने बताया कि कमरगामा के समीप गंगासागर चौरी एवं खरसंड दुखहरण चौक के समीप खेतों में लगे मक्का एवं जेनेरा की फसल में पानी प्रवेश कर गया है। इससे तटबंध के निचले इलाके में बसे राजपा, कमरगामा, मोरवारा एवं जटमालपुर आदि गांव के लोग सहमे गये हैं। सीओ कमलेश कुमार ने बताया कि नदी के जलस्तर में तो बढ़ोतरी हो रही है। परंतु बाढ़ आने की अभी संभावना नहीं है।