यहां का बच्चा बाहर मजदूरी करेगा, दूसरे राज्य के लोग बिहार में शिक्षक बनेंगे, ऐसा क्यों बोले प्रशांत किशोर?
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शिक्षक भर्ती नियमावली में बदलाव कर डोमिसाइल नीति को हटाने के मसले पर जनसुराज के संस्थापक और राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने नीतीश सरकार पर हमला बोला है। उन्होने कहा कि बिहार का बच्चा का दूसरे राज्यों में मजदूरी करेगा और दूसरे राज्यों के लोग बिहार में शिक्षक बनेंगे। इससे ज्यादा बिहार के छात्रों के साथ क्या अन्याय होगा।
शिक्षक खुद को ठगा महसूस कर रहे
पीके ने कहा कि मैं बीते एक साल से लोगों को यही समझाने की कोशिश कर रहा हूं कि अगर आप गलत आश्वासन पर वोट देंगे तो आपके बच्चों के साथ दिक्कतें होंगी। साल 2015 के विधानसभा चुनाव में शिक्षकों ने बीजेपी पर भरोसा किया। और फिर जब सुशील मोदी सरकार में आए गए और डिप्टी सीएम बन गए। तो उन्होने शिक्षकों के लिए कुछ नहीं किया। फिर साल 2020 में शिक्षक आरजेडी के साथ हो गए। तेजस्वी यादव ने कहा कि हम आएंगे तो सब ठीक कर देंगे। तो शिक्षकों ने आंख बंद करके उन पर भरोसा कर लिया। और जब आज तेजस्वी यादव डिप्टी सीएम और उन्ही के दल के नेता शिक्षा मंत्री हैं लेकिन शिक्षकों के लिए कुछ नहीं हुआ। और अब खुद ठगा महसूस कर रहे हैं।
2024 के बाद बदल जाएगी विपक्षी एकता
महाराष्ट्र में मचे सियासी घमासान पर प्रशांत किशोर ने कहा कि मुझे नहीं लगता कि नीतीश कुमार हतोत्साहित होंगे। जो लोग राजनीति करते हैं, वे इतना ज्यादा न कभी उत्साहित होते हैं न कभी घबराते हैं। उन्होने कहा कि ये बात लिखकर दिया जा सकता है कि जो आज राजनीतिक फॉरमेशन है वो 2024 के बाद विधानसभा चुनाव तक बना रहे इसकी संभावना बिल्कुल नहीं है। 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव के पहले काफी फेरबदल होगा। पीके गुरुवार को अपनी पदयात्रा के दौरान समस्तीपुर के मोहनपुर में जन संवाद कर रहे थे।
ब्रेकिंग न्यूज की तरह नहीं चलती राजनीति
उन्होंने कहा कि आज बिहार में जो महागठबंधन बना और विपक्षी एकता हुई। इसको लेकर पत्रकारों ने नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री का चेहरा बता दिया। लेकिन विपक्षी एकता की बैठक के बाद महाराष्ट्र में घटना घटी तो नीतीश कुमार को हतोत्साहित बता रहे हैं। कितने लोग बता रहे हैं कि वे भाजपा में जा रहे हैं। राजनीति इतनी तेजी से ब्रेकिंग न्यूज की तरह नहीं चलती है।
समस्तीपुर में पीके की पदयात्रा
प्रशांत किशोर ने कहा कि मुझे नहीं लगता कि बिहार की जो अभी महागठबंधन की सरकार है इस पर कोई तुरंत खतरा है। जो भी परिवर्तन होगा या जो होना है वो 2024 के लोकसभा चुनाव के बाद हो सकता है। जिस दिन महागठबंधन बना था। उसी दिन मैंने कहा था कि अगले लोकसभा चुनाव में जिस स्वरूप में महागठबंधन है या एनडीए है उस स्वरूप में चुनाव नहीं होगा। ये बात सत्य हो गई मांझी जी निकलकर बाहर चले गए। प्रशांत किशोर ने अपनी पथयात्रा के दौरान जीएमआरडी कॉलेज पर, दुर्गास्थान के निकट, बघड़ा के कबीर मठ के निकट और डुमरी के हरिचौक के पास समस्याओं पर जनसंवाद किया।