SP ने ‘सेंट्रल इंवेस्टिगेशन रूम’ का किया उद्घाटन; लंबित कांडों की समीक्षा के लिए एक ही जगह मौजूद रहेंगे केस के IO, इंस्पेक्टर, DSP और SP
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समस्तीपुर :- समस्तीपुर जिले में लंबित चल रहे कांडों की त्वरित समीक्षा और पीड़ितों को न्याय दिलाने के उद्देश्य से समस्तीपुर पुलिस ने केंद्रीय अनुसंधान कक्ष का गठन किया है। कलेक्ट्रेट परिसर में इस कक्ष का उद्घाटन रविवार को SP विनय तिवारी ने किया। इस कक्ष में सुबह 7 बजे से दिन के 11 बजे तक कांडों के अनुसंधानकर्ताओं के अलावा इंस्पेक्टर, अनुमंडल क्षेत्र के DSP और खुद SP भी मौजूद होंगे। जहां कांडों के पीड़ित आकर अपनी बात रख सकेंगे।
SP विनय तिवारी ने बताया कि पिछले 3 माह में कांडों के अनुसंधान में विशेष प्रगति नहीं दिखे जाने के बाद केंद्रीय अनुसंधान कक्ष बनाने का निर्णय लिया गया। क्योंकि इस दौरान बड़ी संख्या में जिले भर से लोग उनके पास पहुंच रहे थे और अपनी बात रख रहे थे।
लंबित चल रहे कांडों की समीक्षा के लिए 13 थानों का किया गया है चयन :
जिलेभर में सर्वाधिक लंबित मामले वाले 13 थानों का चयन किया गया है। जिसमें नगर और मुफस्सिल थाना के अलावा मुसरीघरारी, वारिसनगर, ताजपुर कल्याणपुर, दलसिंहसराय उजियारपुर, मोहिउद्दीन नगर, मोहनपुर, रोसड़ा और विभूतिपुर शामिल है। बताया गया है कि इन थानों में करीब 8 हजार केस लंबित हैं।
दिन के हिसाब से बांटा गया है थाना में समीक्षा का काम :
केंद्रीय अनुसंधान कक्ष उद्घाटन के मौके पर SP विनय तिवारी ने बताया कि पीड़ितों को परेशानी ना हो इसके लिए दिन के हिसाब से थाना को कार्य के लिए बांटा गया है। सोमवार को मुफस्सिल और मुसरीघरारी थाना क्षेत्र के कांडों की समीक्षा होगी। जबकि मंगलवार को नगर थाना और ताजपुर के कांडों की समीक्षा होगी। इसी तरह बुधवार को वारिसनगर और कल्याणपुर, गुरुवार को दलसिंहसराय और उजियारपुर, शुक्रवार को पटोरी, शनिवार को मोहनपुर और मोहिउद्दीन नगर एवं रविवार को रोसड़ा और विभूतिपुर थाना के लंबित कांडों पर केंद्रीय अनुसंधान केंद्र में समीक्षा की जाएगी।
दिन के हिसाब से निर्धारित समय पर आ सकते हैं पीड़ित :
SP विनय तिवारी ने बताया कि लोगों और पुलिस पदाधिकारियों की सहूलियत के लिए दिन के हिसाब से थाना के कांडों के समीक्षा का निर्धारण किया गया है। इस दौरान जो लोग अपने कांडों के को लेकर संतुष्ट नहीं हैं वह निर्धारित थाना और दिन के हिसाब से केंद्रीय अनुसंधान केंद्र में आकर अपनी बात रख सकेंगे।