समस्तीपुर में शिक्षकों ने नई नियमावली वापस लेने की मांग को लेकर DEO कार्यालय के बाहर दिया धरना
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समस्तीपुर :- समस्तीपुर में बिहार शिक्षक संघर्ष मोर्चा के बैनर तले जिले के नियोजित शिक्षकों ने बुधवार को जिला शिक्षा कार्यालय पर धरना दिया। इस दौरान ने नई नियमावली के विरोध में नारेबाजी की। नियोजित शिक्षकों ने अशोक कुमार साहू, गणेश कुमार, धीरज कुमार, सतीश कुमार की संयुक्त अध्यक्षता में इस मौके पर कार्यक्रम का आयोजन किया।
कार्यक्रम का संचालन संयुक्त रूप से बिरदेलाल यादव, अभिषेक अनिल और नवीन चंद्र सिंह ने किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने नई नियमावली पर क्षोभ व्यक्त करते हुए इसे टीईटी समेत सभी नियोजित शिक्षकों के लिए धोखा बताया।
वक्ताओं ने कहा कि जब तक शिक्षकों के प्रमोशन, वेतन बढ़ोतरी या फिर वाजिब हक की बातें होती है, सरकार एक नई नियमावली थोप कर अपना पल्ला झाड़ लेती है। वक्ताओं ने कहा कि नियोजित शिक्षक बिहार के सरकारी विद्यालयों में पढ़ रहे बच्चों को लगातार आगे बढ़ाने का कार्य किया है, साथ ही अपने अधिकारों के लिए लड़ते रहे।
नियमावली 2006 में ही आठ साल पर स्नातक ग्रेड में प्रमोशन की बातें थी, लेकिन जब समय आया तो नियमावली 2012 जिसमें स्नातक ग्रेड के साथियों को प्रधानाध्यापक और वो समय पूरा हुआ तो नियमावली 2023 जो अभी सही से आच्छादित ही नहीं हो पाया कि फिर नियमावली 2023 सरकार ले आई है। महागठबंधन सरकार ने अपने वादे के मुताबिक राज्यकर्मी का दर्जा दिया जाना था, उसे ही समान पद पर बने रहने के लिए बीपीएससी परीक्षा में ले जाना चाहती है। उनकी सेवा निरंतरता के साथ अन्याय है। सरकार जल्द सभी कार्यरत शिक्षकों को अविलंब राज्यकर्मी का दर्जा दे। अन्यथा बिहार शिक्षक संघर्ष मोर्चा आंदोलन और तेज करेगी।
कार्यक्रम को बिहार शिक्षक संघर्ष मोर्चा बिहार के प्रदेश अध्यक्ष मंडल सदस्य बिहार संजीत भारती, प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रधान सचिव अनिल राय, अराजपत्रित कर्मचारी शिक्षक संघ के अध्यक्ष पवन कुमार पासवान, बिहार नगर पंचायत प्रारंभिक शिक्षक के प्रदेश महासचिव रामचंद्र राय,जयप्रकाश भगत, गजेंद्र आर्य, प्रिया भारती, सुभाष चन्द्र कुमार, श्याम बाबू सहनी, विद्यानंद झा, नीलम कुमारी, पवन कुमार शर्मा, विनोद कुमार विमल, कौशल किशोर क्रान्ति, विजय शास्त्री आदि ने संबोधित किया।