समस्तीपुर में बिहार दिवस समारोह के दौरान संबोधन का मौका नही मिलने से मेयर हुई नाराज, BJP विधायक ने इसे महिलाओं का अपमान बताया
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समस्तीपुर :- समस्तीपुर के पटेल मैदान में बिहार दिवस के अवसर पर मुख्य समारोह का आयोजन किया गया था। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में बिहार सरकार के भूमि और राजस्व सुधार मंत्री आलोक कुमार मेहता के साथ साथ विधानसभा उपाध्यक्ष महेश्वर हजारी, एमएलसी डॉ. तरुण कुमार , जिला परिषद अध्यक्ष खुशबू कुमारी, जिला परिषद उपाध्यक्ष अंजना कुमारी, नगर निगम महापौर अनिता राम, विभूतिपुर विधायक अजय कुमार, रोसड़ा विधायक वीरेंद्र पासवान, मोरवा विधायक रणविजय साहू उपस्थित थे।
इस कार्यक्रम में उपस्थित सभी वक्ताओं को तो बोलने का मौका दिया गया। लेकिन मंच पर उपस्थित जिला परिषद अध्यक्ष खुशबू कुमारी, उपाध्यक्ष अंजना कुमारी और नगर निगम महापौर अनिता राम में से किसी भी महिला जनप्रतिनिधि को बोलने का मौका नही दिया गया। इससे मेयर अनिता राम नाराज हो गई। समापन के बाद अनिता राम ने माइक से अपनी नाराजगी का इजहार भी कर दिया।
बाद में मीडिया से बात करते हुए मेयर ने कहा कि जब उन्हें एक शब्द बोलने का मौका ही नहीं दिया गया तो फिर मंच पर कुर्सी ही क्यों दी गई। जब डीएम साहब को हम लोगों के सम्बोधन के लिए समय नही था तो मंच पर कुर्सी ही नही देनी चाहिए थी। मेयर ने नाराजगी भरे लहजे में डीएम से मांग किया है कि अगली बार से उनलोगों को मंच पर कुर्सी नही दिया जाय, अगली बार से उन्हें नहीं बुलाया जाये। वहीं मेयर अनिता राम की नाराजगी को लेकर रोसड़ा से बीजेपी विधायक बीरेंद्र पासवान ने इसे महिला जनप्रतिनिधियों का अपमान बताया है।
उन्होंने कहा कि एक तरफ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार महिला सशक्तिकरण की बात करते है वही उनके अधिकारी मंच पर महिलाओं को दो शब्द बोलने तक का मौका नही देते है। इसकी वो कड़ी निंदा करते है। वहीं इस संबंध में डीएम योगेंद्र सिंह ने कहा कि समय का अभाव होने की वजह से ही तीनों महिला जनप्रतिनिधियों को बोलने का अवसर नही मिल पाया। अन्य कार्यक्रम में उन्हें सम्बोधन का अवसर दिया ही जाता है।