2000 के नोट बदलने के लिए अपनी पहचान बताने की जरूरत नहीं, पूर्व वित्तमंत्री बोले- ये कालेधन को सफेद करने की कोशिश
कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने 2000 रुपये के नोट को सर्कुलेशन से बाहर करने और बिना आईडी प्रूफ के बदलने पर केंद्र पर निशाना साधा है। पूर्व वित्त मंत्री ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार ने पहले नोटबंदी की और उससे कालेधन पर लगाम लगाने में कोई सफलता नहीं मिली और अब ये कदम नया ड्रामा है।
चिदंबरम ने केंद्र से किया सवाल, खास लोगों के पास ही 2000 रुपए के नोट
आम लोगों के पास 2000 रुपए के नोट नहीं हैं क्योंकि 2016 में लाने के तुरंत बाद लोगों ने इसे लेना बंद कर दिया था। चिदंबरम ने कहा कि ये नोट दैनिक खुदरा उपयोग के लिए सही नहीं थे, इसलिए लोगों ने इससे दूरी बनाई। उन्होंने कहा कि इसका मतलब साफ है कि 2000 रुपये के नोट किसने रखे और उनका इस्तेमाल अब कैसे होगा। आप जवाब जानते हैं।
Banks have clarified that no identity, no forms and no proof will be required to exchange the Rs 2000 notes
The BJP's spin that the Rs 2000 notes are being withdrawn to unearth black money stands demolished
Ordinary people do not have Rs 2000 notes. They shunned it soon after…
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) May 22, 2023
कालेधन वालों के लिए बिछ गया रेड कार्पेट
पूर्व वित्त मंत्री चिदंबरम ने कहा कि 2000 रुपये के नोट बदलने से अब सरकार ने कालेधन को सफेद बनाना आसान कर दिया है। उन्होंने कहा कि 2000 रुपये के नोट बिना आईडी प्रूफ के बदलने से सरकार ने कालेधन वालों का रेड कार्पेट पर स्वागत किया है।






