सांसे थम गई पर शारदा सिन्हा के गीतों से गूंज रहा छठ घाट! महापर्व में सुनिए उनके 10 फेमस छठ गीत
भारतीय लोक संगीत जगत की प्रसिद्ध गायिका शारदा सिन्हा के निधन से संगीत प्रेमियों और कला जगत में शोक की लहर दौड़ गई है। बिहार के सुपौल जिले के हुलास गांव में जन्मीं शारदा सिन्हा ने अपने मधुर गीतों से भारतीय लोक संगीत को नया आयाम और अद्वितीय पहचान दिलाई। उनकी गायिकी में न सिर्फ बिहार की, बल्कि पूरे भारत की लोक संस्कृति की महक बसी थी। शारदा सिन्हा के गाए हुए गीत भारतीय त्योहारों और पर्वों का अभिन्न हिस्सा बन चुके हैं।
चार दिवसीय छठ महापर्व का त्योहार मंगलवार से ही नहाय खाय के साथ शुरू हो चुका है। शारदा सिन्हा ने कुछ लोकप्रिय छठ गीत गाए हैं जैसे- केलेवा के पात पर, अरग के बेर, कांच ही बांस के बहंगिया, पहिले-पहिल छठी मइया और कई अन्य। यहां शारदा सिन्हा के छठ महापर्व को चिह्नित करने वाले छठ पूजा गीतों की सूची दी गई है:
शारदा सिन्हा छठ गीत लिस्ट:
1. केलेवा के पात पर
2. हो दीनानाथ
3. हे छठी मइया
4. छठ के बरतिया
5. पहिले-पहिल छठी मइया
6. झिलमिल पइया में
7. नदिया के तीरे-तीरे
8. छठी मइया अयेतन आज
9. कांच ही बांस के बहंगिया
10. अरग के बेर
लोक संगीत प्रेमियों के दिलों में जिंदा रहेंगी शारदा
शारदा सिन्हा की ससुराल बिहार के बेगूसराय जिले के सिहमा गांव में थी, और यहीं से उन्होंने मैथिली लोक गीत गाकर अपने करियर की शुरुआत की थी। उनके गीत और उनकी आवाज सदैव लोक संगीत प्रेमियों के दिलों में जिंदा रहेंगी।
बॉलीवुड फिल्मों में भी आवाज का जादू बिखेरा
सुपौल में जन्मीं शारदा बिहार कोकिला के नाम से प्रसिद्ध थीं। उन्होंने भोजपुरी, मैथिली और मगही के गीतों को भी स्वर दिए। सिन्हा ने बॉलीवुड में भी अपनी आवाज का जादू बिखेरा है। फिल्म मैंने प्यार किया का गाना कहे तो से सजना उनकी आवाज में बेहद लोकप्रिय हुआ। गैंग्स ऑफ वासेपुर-2 का गाना…तार बिजली से पतले हमारे पिया की गूंज हमेशा बनी रहेगी।