हमने इज्जत दी, ये लोग कमाने लगे; नीतीश बोले- विधायक खरीद-फरोख्त के लिए पैसा कहां से आया इसकी जांच कराएंगे
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एनडीए सरकार के फ्लोर टेस्ट के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने तेजस्वी यादव, लालू यादव और उनकी पार्टी आरजेडी के नेताओं पर भ्रष्टाचार में लिप्त होने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि हमने इज्जत दी तो ये लोग कमाने लगे। पहली बार नीतीश कुमार ने खुलकर लालू परिवार पर सत्ता में रहते हुए गलत तरीके से संपत्ति बनाने का आरोप लगाया है। मुख्यमंत्री ने बीजेपी की तारीफ करते हुए कहा कि जब ये लोग साथ रहते हैं तो कभी गड़बड़ नहीं करते हैं। नीतीश कुमार भ्रष्टाचार को लेकर जीरो टॉलरेंस की नीति का दावा करते हैं। विपक्ष के वॉकआउट के बीच नीतीश सरकार ने 129 मतों से बहुमत साबित कर दिया।
नीतीश कुमार जैसे ही बोलने के लिए खड़े हुए कि विपक्षी खेमे के विधायक हल्ला करने लगे। इस पर नाराजगी जताते हुए नीतीश ने कहा कि अगर सुनने का मन नहीं है तो सीधे वोट कर लीजिए। सदन की अध्यक्षता कर रहे महेश्वर हजारी ने हालात को संभाला। तेजस्वी यादव पर हमला करते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि इनके पिताजी और माताजी को 15 साल शासन का मौका मिला तो शाम में कोई घर से नहीं निकलता था। कहीं स्कूल सड़क नहीं थे। 2005 में जब हम आए तो स्थितियां कितनी बदल गईं। मैनें सीएम के रूप में जो भी फैसला किया उसे सहयोगी के रूप में बीजेपी के लोगों ने मान लिया।
सीएम ने कहा कि दो बार इन लोगों के साथ जाकर मौका दिया लेकिन गड़बड़ करते रहे। सीएम ने कहा कि इन लोगों के पास इतना पैसा कहां से आया इसकी जांच करवाएंगे। उन्होंने जेडीयू विधायकों को खरीद फरोख्त के लिए पैसे का लालच देने का भी आरोप लगाया। तेजस्वी यादव की ओर इशारा करते हुए कहा कि आपकी पार्टी ठीक काम नहीं कर रही है। इसीलिए अलग होकर बीजेपी के साथ आ गए। अब हमेशा इनके साथ ही रहेंगे।
नीतीश कुमार ने कहा कि कांग्रेस के 19 विधायक थे तो दो मंत्री पद दिया। हम बोलते थे कि और मंत्री दीजिए लेकिन राजद के लोग इसके लिए तैयार नहीं हुए। कांग्रेस पार्टी उनके साथ थी। मुख्यमंत्री के तेवर को देखते हुए राजद के विधायक वोटिंग के पहले सदन से वाकआउट करते हुए निकल गए। नीतीश सरकार ने 129 मतों से विश्वास मत हासिल कर लिया।