बिहार से 11-12वीं की नकली डिग्री बनवाकर नप गये नेपाल के सांसद, हुए गिरफ्तार
नेपाल कांग्रेस के एक सांसद को गुरुवार को शैक्षणिक प्रमाणपत्रों में फर्जीवाड़ा करने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया। आरोप है कि नेपाली कांग्रेस के सांसद सुनील कुमार शर्मा ने बिहार से उच्च माध्यमिक शैक्षणिक (Higher Secondary Academic) डिग्री खरीदी और इसका इस्तेमाल चीन में उच्च अध्ययन (Higher Studies) करने के लिए किया।
नेपाली पुलिस प्रवक्ता कुबेर कदायत के हवाले से बताया कि नेपाल पुलिस के केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीआईबी) की एक टीम ने नेपाल की सत्तारूढ़ पार्टी के प्रतिनिधि सभा के सदस्य सुनील शर्मा को काठमांडू से गिरफ्तार किया। मोरांग-3 से प्रतिनिधि सभा के लिए चुने गए शर्मा को नेपाली कांग्रेस में शेखर कोइराला खेमे का करीबी माना जाता है और उनकी गिरफ्तारी ने सत्तारूढ़ गठबंधन में हलचल पैदा कर दी है।
मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों के मालिक हैं शर्मा
रिपोर्ट्स के मुताबिक, सुनील शर्मा कुछ मेडिकल कॉलेजों और निजी कॉलेजों के मालिक हैं। केंद्रीय जांच ब्यूरो ने बताया कि सुनील शर्मा मेडिकल डॉक्टर भी हैं। उन्हें 11वीं और 12वीं कक्षा के फर्जी शैक्षणिक प्रमाण पत्र रखने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
उधर, गिरफ्तारी के बाद मीडिया से बात करते हुए शर्मा ने वर्तमान सरकार की तुलना उत्तर कोरियाई शासन से की। उन्होंने कहा कि उत्तर कोरिया राज्य ने मुझे गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन मैं खुश हूं। शर्मा के अलावा, सीआईबी ने गुरुवार को चार अन्य डॉक्टरों को भी गिरफ्तार किया।
सीआईबी के अनुसार, डॉ. अमृत चौधरी, डॉ. रामबाबू यादव, डॉ. अरीना यादव और डॉ. रंजीत कुमार यादव को इसी तरह के आरोप में गुरुवार को गिरफ्तार किया गया था। चौधरी महाराजगंज में त्रिभुवन यूनिवर्सिटी टीचिंग हॉस्पिटल में सेवा दे रहे हैं और बाकी तीन अन्य चिकित्सा संस्थानों में सेवा दे रहे हैं।
नेपाल मेडिकल काउंसिल में दर्ज थी शिकायत
नेपाल मेडिकल काउंसिल में दर्ज शिकायतों के अनुसार, कुछ डॉक्टरों ने एमबीबीएस प्रवेश परीक्षा में बैठने के लिए दक्षता प्रमाणपत्र स्तर के नकली शैक्षणिक प्रमाणपत्र पेश किए थे। सीआईबी ने संसद सचिवालय को दी गई जानकारी में कहा कि प्रमाण पत्र राष्ट्रीय परीक्षा बोर्ड द्वारा सत्यापित नहीं पाए गए।
सीआईबी ने दावा किया है कि उसे शर्मा के शैक्षणिक प्रमाणपत्रों के संबंध में 21 जुलाई, 2021 को राष्ट्रीय परीक्षा बोर्ड से एक पत्र मिला था। इस बीच, नेपाल पुलिस के एक सुपरिटेंडेंट ने बताया कि शर्मा ने एमबीबीएस की डिग्री हासिल करने के लिए फर्जी मार्कशीट तैयार की थी।
7 साल पहले जांच शुरू हुई तो जापान भागे थे सांसद
करीब सात साल पहले, नेपाल पुलिस ने चिकित्सा क्षेत्र समेत अन्य क्षेत्रों में नकली शैक्षणिक प्रमाणपत्रों पर कार्रवाई शुरू की थी। इस दौरान पता चला था कि सुनील शर्मा समेत कई मेडिकल डॉक्टरों ने एमबीबीएस की पढ़ाई करने के लिए नकली भारतीय प्रमाणपत्रों का इस्तेमाल किया था।
पुलिस की ओर से अभियान शुरू करने के बाद सुनील शर्मा देश छोड़कर जापान चले गए और जांच की आंच शांत होने के बाद वापस लौट आए। अब शर्मा को काठमांडू के गोल्फुतर स्थित उनके आवास से गिरफ्तार किया गया है।
फर्जी शैक्षिक प्रमाण पत्र रखने के अलावा शर्मा पर मेडिकल सीटों के आवंटन, मेडिकल कॉलेजों को संबद्धता देने और एमबीबीएस फीस के निर्धारण के संबंध में राजनेताओं को प्रभावित करने का प्रयास करने का आरोप लगाया गया है। शर्मा के नोबेल मेडिकल कॉलेज पर आवंटित सीटों से अधिक छात्रों को प्रवेश देने का भी आरोप लगाया गया था।