बिहार बजट में युवाओं का रखा गया ख्याल, BPSC से 49 हजार भर्तियां होंगी, BSSC और BTSC में भी बहाली
विधानसभा में वित्त मंत्री विजय चौधरी ने बिहार का बजट पेश किया। वित्त मंत्री इस बार काले रंग का सूटकेस लेकर विधानसभा पहुंचे थे। 2023-24 का बजट पेश करते हुए उन्होंने कहा कि 10 साल में बिहार के बजट का आकार 3 गुना बढ़ा है। बिहार की आर्थिक वृद्धि दर 10.98 फीसदी रही। विकास दर के मामले में यह प्रदेश तीसरे स्थान पर हैं। बिहार की अर्थव्यवस्था बढ़ रही है और देश से ज्यादा बिहार का विकास दर है। वित्त मंत्री ने बिहार में बंपर बहाली किये जाने का ऐलान किया।
उन्होंने बताया कि बिहार अभी विकासशील प्रदेश है इस राज्य को विकसित बनाने के लिए केंद्र से अतिरिक्त मदद की जरूरत है। उन्होंने बताया कि पुलिस विभाग में 75 हजार 543 पदों की मंजूरी दी गयी है। स्कूलों में 40506 प्रधान शिक्षकों की बहाली होगी। 44193 माध्यमिक और 89724 उच्च माध्यमिक शिक्षकों की बहाली होगी।
बिहार के वित्त मंत्री विजय कुमार चौधरी ने बंपर बहाली का ऐलान किया है। BPSC में 49000 पद, SSC में 2900 पद सृजन, 63900 पदों पर बहाली के लिए बजट में प्रावधान किया गया है। विजय चौधरी ने कहा कि बिहार का विकास दर शानदार रहा है। सीमित संसाधनों में विकास दर ज्यादा है। बजट आकार देश में 14 वें स्थान पर है और बिहार का विकास दर 10.98 फीसदी है।
बजट की बड़ी बातें
-10 लाख युवाओं को रोजगार देने की योजना है -शिक्षकों की भर्तियां चल रही हैं -मई तक पूरी हो जाएगी जातीय गणना – ई-रिक्शा और एंबुलेंस के लिए सरकार अनुदान देगी -नारी शक्ति योजना के लिए 60 करोड़ -बालिका साइकिल योजना के लिए 50 करोड़ -बालिका पोशाक योजना के लिए 100 करोड़ -मैट्रिक में फर्स्ट आने वालों के लिए 94 करोड़ -मदरसे के पुर्ननिर्माण के लिए 40 करोड़ -PMCH के विस्तार के लिए 5540 करोड़ -गांव में टेली मेडिसिन की सुविधा दी जा रही है -21 सदर अस्पतालों को मॉडल अस्पताल बनाया जाएगा
युवा और रोजगार को बजट में प्रमुखता दी गई है। युवाओं को सरकारी नौकरी के अलावा रोजगार सृजन करने के लिए सरकार प्रयासरत है। 75,343 पदों पर पुलिस के अलग-अलग पदों पर स्वीकृति दी गई है। एक साल में 522 शिक्षकों की नियुक्ति की जा चुकी है। सरकार ने स्टार्टअप नीति लागू की है।
बिहार की योजनाएं देश के बाकी राज्यों में चल रही हैं। हमने 2016 में नल-जल योजना लागू की। केंद्र ने इसे 2019 में लागू किया। इसी तरह जीविका योजना, हर घर बिजली योजना, जल-जीवन हरियाली योजना भी नाम बदल-बदलकर लागू की गई। हमें देखकर वो काम करते हैं।