BJP प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल बोले- मुझे बिहार की सत्ता सौंप दें, ‘कौन नेता अधिकारी शराब पीते हैं…सब पता चलेगा’
सारण में जहरीली शराब से मौत के बाद बिहार की सियासत अभी तक पूरी तरह गरमाई हुई है. स्टिंग में बीजेपी नेता ने कहा था उपमुख्यमंत्री तेजस्वी शराब पीते हैं. इस पर तेजस्वी ने बयान दिया कि बीजेपी के सभी नेता शराब पीते हैं. बीजेपी महागठबंधन की सरकार को चैलेंज दिया और कहा कि आप नहीं जांच करवाएंगे तो मैं जांच करा लूंगा, लेकिन आप मुझे सत्ता सौंप दीजिए.
शनिवार को बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जयसवाल ने कहा कि तेजस्वी यादव के बयान का मैं स्वागत करता हूं. मैं भी चाहता हूं कि किसी भी पार्टी के नेता ,विधायक, मंत्री जितने भी बिहार के अधिकारी और पुलिसकर्मी है, उन सब की ब्लड सैंपल की जांच करवाएं. मैं भी अपना जांच करवाने के लिए तैयार हूं, लेकिन वे सरकार में है यह काम तो उन्हें ही करवाना पड़ेगा. नहीं तो मुझे सत्ता सौंप दें. मैं यह काम करवाऊंगा.
‘मैं अपनी पार्टी के साथ ब्लड सैंपल जांच के लिए तैयार’
उन्होंने कहा कि विधानसभा में जगह रखें या कहीं भी जगह रखें. कब करवाएंगे कहां करवाएंगे वह बताएं .मैं अपनी पार्टी के सभी नेताओं के साथ ब्लड सैंपल की जांच करवाने के लिए तैयार हूं. अगर उनसे नहीं होता है तो मुझे सत्ता सौंप दें. मैं बीजेपी के सभी नेताओं के साथ साथ महागठबंधन के सभी नेताओं, सभी अधिकारियों एवं पुलिस पदाधिकारियों की जांच करवा लूंगा. उससे पता चल जाएगा कि कौन लोग शराब पीते हैं या नहीं पीते हैं.
संजय जायसवाल ने कहा कि मैं शराबबंदी के पक्ष में हूं, लेकिन शराबबंदी के समय यह नहीं कहा गया था कि हर टोले, मोहल्ले में शराब मिलेगी. अभी बिहार के सभी टोले मोहल्ले में शराब मिल रही है. शराब का मिलना प्रशासन और शासन की खामियों का नतीजा है. शराब पीने वालों वाले से ज्यादा दोषी बिहार के प्रशासन और शासन है. इसलिए सभी मृतक के परिजनों को मुआवजा देना चाहिए.
‘सिद्दीकी को डर लगना लाजमी है’
संजय जायसवाल ने आरजेडी के वरिष्ठ नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी के डर लगने वाले बयान पर कहा कि महागठबंधन की सरकार आई है. इसीलिए सिद्दीकी को डर लगने लगा है. उन्होंने कहा कि अब्दुल बारी सिद्धकी वरिष्ठ नेता हैं. आरजेडी के 1990 से 2005 तक के शासनकाल में वह साथ रहे हैं. उन्होंने उस समय के शासनकाल को देखा है कि किस तरह अपहरण, हत्या, नरसंहार और लड़कियों एवं महिलाओं के साथ बलात्कार जैसी घटना होती थी. फिर से वही जंगलराज का दौर शुरू हो गया है. इसीलिए सिद्दीकी को डर लग रहा है कि फिर से वही स्थिति आने वाली है.