PFI बैन पर लालू यादव ने उठाए सवाल, कहा- सबसे पहले RSS पर लगना चाहिए प्रतिबंध
पीएफआई पर 5 सालों के लिए प्रतिबंध की घोषणा के बाद आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव का एक बयान आया है. उन्होंने कहा है कि केवल पीएफआई ही नहीं बल्कि आरएसएस जैसे संगठनों पर भी बैन लगाया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि- “PFI की तरह जितने भी नफ़रत और द्वेष फैलाने वाले संगठन हैं सभी पर प्रतिबंध लगाना चाहिए जिसमें RSS भी शामिल है। सबसे पहले RSS को बैन करिए, ये उससे भी बदतर संगठन है। आरएसएस पर दो बार पहले भी बैन लग चुका है। सनद रहे, सबसे पहले RSS पर प्रतिबंध लौह पुरुष सरदार पटेल ने लगाया था।”
PFI की तरह जितने भी नफ़रत और द्वेष फैलाने वाले संगठन हैं सभी पर प्रतिबंध लगाना चाहिए जिसमें RSS भी शामिल है। सबसे पहले RSS को बैन करिए, ये उससे भी बदतर संगठन है।
आरएसएस पर दो बार पहले भी बैन लग चुका है। सनद रहे, सबसे पहले RSS पर प्रतिबंध लौह पुरुष सरदार पटेल ने लगाया था।
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) September 28, 2022
लालू ने केंद्र सरकार को आड़े हाथों लियाः
लालू प्रसाद यादव ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए यह भी कहा कि यह लोग केवल हिंदू-मुस्लिम करते हैं. तेजस्वी यादव के बारे में सवाल पूछे जाने पर लालू का कहना था कि सब कोई मिलकर बिहार को संभालेंगे. लालू प्रसाद दिल्ली में हैं और आज ही आरजेडी अध्यक्ष पद के लिए उनको अपना नामांकन भी करना है. इसे लेकर पार्टी स्तर पर पूरी तैयारी कर ली गई है.
पीएफआई पर 5 सालों के लिए प्रतिबंध:
दरअसल, केंद्र की मोदी सरकार ने पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) पर प्रतिबंध लगा दिया है. बता दें, कई राज्यों से इस संगठन PFI को प्रतिबंधित करने की मांग हो रही थी. हाल कि कुछ दिनों में NIA और कई राज्यों की पुलिस और एजेंसियों ने पीएफआई के ठिकानों पर छापेमारी कर सैकड़ों गिरफ्तारियां की थीं. गृह मंत्रालय ने पीएफआई (PFI) को 5 साल प्रतिबंधित संगठन घोषित किया है. पीएफआई के अलावा 9 सहयोगी संगठनों पर भी कार्रवाई की गई है.
जानकारी के मुताबिक PFI के अलावा रिहैब इंडिया फाउंडेशन (RIF), कैंपस फ्रंट ऑफ इंडिया (CFI), ऑल इंडिया इमाम काउंसिल (AIIC), नेशनल कॉन्फेडरेशन ऑफ ह्यूमन राइट्स ऑर्गनाइजेशन (NCHRO), नेशनल वीमेन फ्रंट, जूनियर फ्रंट, एम्पावर इंडिया फाउंडेशन और रिहैब फाउंडेशन, केरल जैसे सहयोगी संगठनों पर भी बैन लगाया गया है.