कंडोम कंट्रोवर्सी में बुरी फंसीं बिहार की लेडी IAS, काम नहीं आई सफाई, अब महिला आयोग को देंगी जवाब
लैंगिक असमानता मिटाने के चल रहीं योजनाओं की जानकारी दे रहीं महिला विकास निगम की प्रबंध निदेशक व सीनियर आइएएस अधिकारी हरजोत कौर ने छात्राओं को गजब की नसहीत दी। जब छात्राओं ने सेनिटरी नैपकिन दिलाने का आग्रह किया तो उन्होंने स्वावलंबन का पाठ पढ़ाते हुए कहा कि आज सरकार से 20-30 रुपये के सैनिटरी पैड की मांग है, कल परिवार नियोजन की बात आने पर क्या निरोध (कंडोम) भी देना होगा? इस खबर के मीडिया में आने के बाद आइएएस अधिकारी ने सफाइ में कहा कि उनकी बात को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया है, लेकिन यह दलील काम नहीं आई। अब राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) ने उनसे स्पष्टीकरण मांगा है।
एनसीडब्ल्यू सख्त, मांगा जवाब
एनसीडब्ल्यू की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने मीडिया रिपोर्ट्स का स्वत: संज्ञान लेते हुए जिम्मेदार पद पर बैठी आइएएस अधिकारी के व्यवहार को असंवदनशील व शर्मनाक करार दिया है। एनसीडब्ल्यू ने उनसे इस मामले में सात दिनों के अंदर अपना जवाब देने को कहा है।
आइएएस अधिकारी ने दी सफाई
एनसीडब्ल्यू के स्पष्टीकरण मांगने के पहले आइएएस अधिकारी ने मीडिया में अपनी सफाई दे दी थी। उन्होंने कहा था कि उनके बयान को संदर्भ से काटकर गलत तरीके से पेश किया गया है। लेकिन उनकी सफाई काम नहीं आई है। एनसीडब्ल्यू ने इसे गंभीरता से लिया है।
मंत्री बोले: रखना चाहिए था संयम
इस बीच बिहार सरकार के समाज कल्याण मंत्री मदन सहनी ने कहा है कि महिला विकास निगम की प्रबंध निदेशक हरजोत कौर ने किस परिस्थिति में ऐसा बयान बयान दिया, यह तो वे ही बता सकती हैं। हां, उन्हें संयम बरतना चाहिए था। उन्हें बच्चों को सरकार की योजनाओं की जानकारी देनी थी। एक वरिष्ठ अधिकारी से सम्मानजनक भाषा की उम्मीद सभी करेंगे।
क्या है पूरा मामला, यह भी जानिए
पूरा मामला समाज कल्याण विभाग के एक कार्यक्रम का है। उसमें हरजोत कौर छात्राओं को लैंगिक असमानता मिटाने की चल रहीं योजनाओं की जानकारी दे रही थीं। छात्राओं के यह कहने पर कि उन्हें सेनिटरी नैपकिन नहीं मिल रहा है, उन्होंने कहा खुद को इतना सक्षम बनाओ कि किसी से मांगने की जरूरत नहीं पड़े। मांगों का कोई अंत नहीं है। हर चीज सरकार ही देगी क्या? वे इतने पर ही नहीं रुकीं। कहा- कल जींस पैंट और परसों जूते मांगोगी। आज 20-30 रुपये के सैनिटरी पैड की मांग है, कल परिवार नियोजन की बात आने पर क्या निरोध (कंडोम) भी देना होगा? एक छात्रा के यह कहने पर कि सरकार को इसलिए पैसे देने चाहिए क्योंकि वह वोट मांगने आती है, वे बोलीं कि मत दो वोट, चली जाओ पाकिस्तान। एक छात्रा के स्कूल में शौचालय टूटा होने के कारण उसमें लड़कों के घुसने की बात कहने पर उन्होंने पूछा- तुम्हारे घर में अलग से शौचालय है?