आस्था व विश्वास का केन्द्र है मन्नीपुर भगवती स्थान, नवरात्रि में दूर-दराज से पहुंचती है भक्तों की भीड़
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समस्तीपुर/वारिसनगर :- शहर से सटे सारी गांव के मन्नीपुर स्थित भगवती स्थान श्रद्धालुओं के आस्था व विश्वास का एक प्रमुख केन्द्र है। वैसे तो यहां सालोंभर श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला लगा रहता है, लेकिन नवरात्रि में यहां पूजा अर्चना करने वालों की भीड़ बढ़ जाती है। यहां बिहार ही नहीं दूसरे राज्यों व पड़ोसी देश नेपाल से भी भक्तों का आना- जाना लगा रहता है।
मंदिर के पुजारी कहते है कि संकट काल में माता के चरणों के अक्षत व फूल का विशेष महत्व है। मंदिर प्रांगण में मुक्तिनाथ महादेव की स्थापना व 51 फीट के बजरंग बलि की मूर्ति सहित कई भगवान की मूर्ति स्थापित की गई है।
पुजारी ने बताया कि 1911 में मंदिर के सामने तालाब के पास बुढ़िया के वेश में भगवती ने राम खेलावन दास को दर्शन देकर गहवर बनाने को कहा था। जिसके बाद झेापड़ी में मंदिर बनाया गया। आज झोपड़ी की जगह मंदिर भव्य रूप ले चुका है। इस मंदिर में बलि प्रथा नहीं है। मंदिर प्रबंध समिति के द्वारा बताया गया कि अष्ठमी व नवमी के दिन श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ती है। इसके लिए विशेष व्यवस्था की गई है ताकि किसी प्रकार की श्रद्धालुओं को कठिनाई नही हो सके।