BPSC ने TRE 3.0 पुनर्परीक्षा की तिथि जारी की, पेपर लीक के कारण हुआ था रद्द
बिहार में शिक्षक अभ्यर्थियों की प्रतीक्षा की घड़ी कम हो गई है. बीपीएससी ने तीसरे फेज की शिक्षक नियुक्ति परीक्षाओं (TRE 3) का संशोधित कैलेंडर जारी कर दिया है. अब टीआरई थर्ड फेज की शिक्षक बहाली परीक्षा 10 से 12 जून को होगी और परीक्षा परिणाम 10 जुलाई को जारी होगा. इतना ही नहीं यह भी बताया गया है कि बिहार शिक्षक भर्ती परीक्षा हर साल 24 अगस्त को जारी की जाएगी और और रिजल्ट 24 सितंबर को जारी किया जाएगा. मिली जानकारी के अनुसार, प्रधान शिक्षक की परीक्षा 13 जून को होगी, वहीं हेड मास्टर की परीक्षा 14 जून को आयोजित होगी.
बिहार में बीपीएससी टीआरई-3 पुनर्परीक्षा की तैयारी शुरू होने की खबर के साथ बता दें कि बीते 15 मार्च को बीपीएससी टीआरई-3 की परीक्षा आयोजित हुई थी, लेकिन परीक्षा का प्रश्न पत्र लीक होने के कारण यह 20 मार्च को रद्द कर दी गई थी. बिहार लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष रवि मनु भाई परमार ने कई बैठकों के बाद अब इसे जून में करवाने का फैसला किया है. बता दें कि बिहार में तीसरे चरण के 87,774 पदों पर परीक्षा नियुक्ति होनी है.
टीआरई 3 का हुआ था पेपर लीक
गौरतलब है कि बिहार लोक सेवा आयोग यानी बीपीएससी की ओर से तीसरे चरण की शिक्षक नियुक्ति के लिए 15 मार्च को दोनों पालियों में परीक्षा ली गई थी. इसका पेपर लीक हो गया था. इस दौरान पाया गया कि हजारीबाग के एक होटल के कई कमरों के अलावा मैरिज हॉल में 270 से अधिक अभ्यर्थियों को बैठक प्रश्न पत्र का उत्तर रटवाया जा रहा था. मौके से जब्त किए गए प्रश्न पत्र का मिलान बीपीएससी कार्यालय से प्राप्त प्रश्न पत्र से कराया गया, जो हूबहू पाया गया था.
बीपीएससी के फैसले से राहत
यहां यह भी बता दें कि 15 मार्च को दो पालियों में ली गई भर्ती परीक्षा के प्रश्न पत्र पेपर लीक के संगठित गिरोह के पास पहुंच गए थे. इस मामले में बड़ी संख्या में गिरफ्तारियां हुई थीं और आर्थिक अपराध ईकाई की ओर से अनुसंधान एवं कार्रवाई की जा रही है. पेपर लीक के कारण 15 मार्च को बीएससी ने परीक्षा रद्द कर दी थी, जिससे अभ्यर्थियों में निराशा व्याप्त हो गई थी. लेकिन, अब पुनर्परीक्षा की बात सुनकर उनके चेहरों पर खुशी लौट आई है.
टीआरई थर्ड फेस की डिटेल
बिहार लोक सेवा आयोग की ओर से तीसरे चरण की शिक्षक नियुक्ति परीक्षा को लेकर 87,774 पदों के लिए 3.74 लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था. पहली से छठी के लिए पहली पाली में, छठी से आठवीं तक की परीक्षा में 1.60 लाख एवं दूसरी पाली की परीक्षा में 2.14 लाख अभ्यर्थी शामिल होने वाले थे. राज्य के 26 जिलों में 415 केंद्र बनाए गए थे.