NDA में सीट बंटवारे के बाद अब कैंडिडेट लिस्ट का इंतजार, समस्तीपुर सीट से अश्वमेध देवी का नाम सबसे आगे, जिले के अन्य सीटों का हाल जानें

समस्तीपुर : बिहार विधानसभा चुनाव के लिए एनडीए के पांच दलों में सीटों का बंटवारा हो गया है। जेडीयू और बीजेपी पहली बार बराबर सीटों पर चुनाव लड़ेगी। बीजेपी और नीतीश कुमार की जेडीयू 101-101 सीट लड़ेगी। चिराग पासवान की लोजपा-आर 29, जीतनराम मांझी की हम और उपेंद्र कुशवाहा की रालोमो 6-6 सीट लड़ेगी। बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृहमंत्री अमित शाह ने पूरे दिन दिल्ली में बैठक और बातचीत के जरिए सीट बंटवारे को अंतिम रूप दिया।
सीट बंटवारे की घोषणा ट्वीट के जरिए घटक दलों के नेताओं ने की है। बीजेपी चुनाव समिति की बैठक अभी दिल्ली में चल रही है। देर रात या कल सुबह भाजपा की पहली लिस्ट आ सकती है। जेडीयू, लोजपा-आर, हम और रालोमो की लिस्ट भी अब किसी भी वक्त जारी हो सकती है। यह लिस्ट एक बार में भी जारी हो सकती है और बारी-बारी से भी आ सकती है। बिहार में पहले चरण के नामांकन तो 10 अक्टूबर से ही चालू हैं और 13 अक्टूबर यानी कल से दूसरे चरण का भी नॉमिनेशन शुरू हो जाएगा।

जिन दलों को जो सीट मिली है, उनमें मिल रही जानकारी के अनुसार समस्तीपुर विधानसभा क्षेत्र से उजियारपुर की पूर्व सांसद अश्वमेध देवी का नाम लगभग तय माना जा रहा है। कल्याणपुर विधानसभा क्षेत्र से महेश्वर हजारी, सरायरंजन विधानसभा से विजय कुमार चौधरी, वारिसनगर विधानसभा क्षेत्र से अशोक कुमार मुन्ना, हसनपुर से राजकुमार राय, मोहिउद्दीननगर से बीजेपी के राजेश सिंह का नाम सबसे आगे चल रहा है। वहीं उजियारपुर विधानसभा क्षेत्र से रालोमो के प्रशांत पंकज का नाम सुर्खियों में सबसे आगे चल है। उजियारपुर से उनका लड़ा जाना लगभग तय है।

वहीं चिराग की पार्टी लोजपा(रा) मोरवा और रोसड़ा (सु) से अपना उम्मीदवार उतार सकती है। इसके अलावे विभूतिपुर से एनडीए के उम्मीदवार को लेकर अब तक सस्पेंस बरकरार है। विभूतिपुर सीट पर जदयू का दबदबा रहा है, हालांकि यहां से भाजपा सीट के लिये प्रयासरत है। इधर जदयू के पूर्व विधायक रामबालक सिंह अपनी पत्नी के नामांकन की घोषणा कर चुके है। 2020 के चुनाव में रामबालक सिंह उपविजेता रहे थे। इधर समस्तीपुर सीट पर भी भाजपा का दावा है। ऐसा इसलिए क्योंकि समस्तीपुर जिले के 10 विधानसभा सीटों में से चार सीटों पर जदयू, तीन सीटों पर भाजपा, दो सीटों पर लोजपा और एक सीट पर रालोमो का फार्मूला सेट हो सकता है। वहीं जदयू अश्वमेध देवी को विधानपार्षद बनाने पर भी विचार बना सकती है। यहां बता दें की दलों के सीटों की लिस्ट सूत्रों के हवाले से है इसलिए इसे तब तक आधिकारिक नहीं मानें, जब तक एनडीए या खुद पार्टी औपचारिक रूप से सूची ना जारी कर दे।






