CJI गवई पर जूता फेंकना करोड़ों दलितों का अपमान; इतना कहकर रो पड़े राजेश राम

सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश पर जूता फेंकने की घटना की निंदा करते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम भावुक हो गए। सदाकत आश्रम में मंगलवार को आयोजित प्रेसवार्ता के दौरान उनकी आंखों में आंसू छलक आए। उन्होंने कहा कि यह जूता भारत की संवैधानिक अस्मिता पर फेंका गया है। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि बाबा साहेब के आदर्शों पर मारा गया है। देश के दलितों के आत्मसम्मान पर मारा गया है। आज एक दलित अपनी योग्यता और निष्ठा के बल पर देश की सर्वोच्च न्यायिक कुर्सी पर बैठा है, तब एक विशेष विचारधारा को यह स्वीकार नहीं हो पा रहा है।
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा-आरएसएस के लोगों ने हमेशा दलितों को अपमानित किया है। दलित मंत्री भी मंदिर जाते हैं तो उसे धोया जाता है। उन्होंने कहा कि बाबा साहेब ने जो अधिकार दिलाया है, उसके चलते दलितों को कोई रोक नहीं सकता है। मुख्य न्यायाधीश पूरी निर्भीकता से संवैधानिक मूल्यों की रक्षा करें। समूचा भारतवर्ष आपके साथ खड़ा है।

झारखंड सरकार की पंचायती राज मंत्री दीपिका पांडेय सिंह ने कहा कि एनडीए सरकार ने 94 लाख गरीब परिवारों को दो-दो लाख देने की घोषणा की थी। आज सिर्फ 20 फीसदी बहनों के खाते में सिर्फ 10 हजार डालकर शेष 80 फीसदी के साथ धोखा किया है।
उन्होंने आरोप लगाया कि अडाणी को हजारों करोड़ की जमीन एक रुपये में दी गई, वहीं बिहार की बेटियों को सिर्फ 10 हजार रुपये मिले। उन्होंने महागठबंधन की गारंटी बताते हुए कहा कि महिलाओं को प्रतिवर्ष 30 हजार रुपये दिये जाएंगे। प्रेसवार्ता में अभय दुबे, राजेश राठौड़, सौरभ सिन्हा, डॉ. स्नेहाशीष वर्धन, ज्ञान रंजन आदि मौजूद रहे।







