होमगार्ड भर्ती मामला : CCTV में कुछ संदिग्ध किये गये चिन्हित, ADM के अलावे SDO और DSP भी जांच टीम में शामिल
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समस्तीपुर : 731 रिक्त पदों पर होमगार्ड की बहाली प्रक्रिया में गड़बड़ी की बात सामने आने पर जिला प्रशासन ने अपनी जांच तेज कर दी है। पुलिस लाइन स्थित शारीरिक दक्षता परीक्षा स्थल पर मंगलवार को सीसीटीवी कैमरे व हैंड कैमरों के फुटेज की जांच जिला प्रशासन के टेक्निकल टीम के द्वारा की गई। पहले दिन डीएम ने जहां सिर्फ एडीएम अजय तिवारी को जांच का जिम्मा दिया था वहीं गड़बड़ी का मामला हाई प्रोफाइल होते ही मंगलवार को डीएम रोशन कुशवाहा ने अब तीन सदस्यीय अधिकारियों की जांच कमिटी का अलग से गठन कर दिया है जो जांच के बाद रिपोर्ट डीएम को सौंपेंगे। जांच रिपोर्ट के आधार पर इसमें संलिप्त अधिकारी व बिचौलियों पर कारवाई तय है। डीएम द्वारा गठित तीन सदस्यीय जांच कमिटी में एडीएम अजय कुमार तिवारी के अलावे सदर एसडीओ दिलीप कुमार व सदर एसडीपीओ-1 संजय कुमार पांडेय शामिल है।

होमगार्ड के जिला कमांडेंट मो. ऐहतशाम अली को धांधली करने और कई काउंटरों पर प्रतिनियुक्त नोडल अधिकारी, शिक्षक और कार्यरत एजेंसी के कर्मियों पर अभ्यर्थी विशेष के पक्ष में दबाव डाल अंक बढ़वाने के आरोप में डीएम ने पूरी जांच प्रक्रिया से ही अलग कर दिया गया है। जांच कमिटी ने पाया है की शारिरिक दक्षता सक्षमता जांच परीक्षा वाले संवेदनशील जगह व काउंटरों पर कमांडेंट मो. ऐहतशाम अली के साथ-साथ एक संदिग्ध व्यक्ति देखा जा रहा है।
हालांकि वह बिचौलिया है या कोई और है इसकी पुष्टि Samastipur Town Media नहीं करती है। लेकिन अगर वह बिचौलिया भी नहीं है और आम आदमी है तो इस संवेदनशील जगह पर वह क्या कर रहा है, यह भी बड़ा सवाल है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जांच कमिटी ने वीडियो फुटेज से कई संदिग्ध व्यक्तियों को चिन्हित किया है, जिससे पुलिस टीम द्वारा पूछताछ भी किया जा सकता है।
तीन सदस्यीय जांच कमिटी के सदस्य सदर एसडीपीओ-1 संजय पांडेय द्वारा उक्त सभी संदिग्ध व्यक्तियों की पहचान कर उसे बुलाकर पूछताछ की सकती है। गड़बड़ी में मामला संलिप्त होने और बिना अधिकार अंदर प्रवेश करने पर पुलिस के द्वारा प्राथमिकी भी दर्ज की जा सकती है। इधर होमगार्ड के कमांडेंट मो. ऐहतशाम अली को डीएम द्वारा पूरी चयन प्रक्रिया से ही बाहर किये जाने के बाद जिले में चर्चा का विषय बना हुआ है। वहीं डीएम रोशन कुशवाहा ने बताया कि कमांडेंट पर लगे गंभीर आरोपों की जांच आवश्यक है, ताकि गृहरक्षकों के स्वच्छ नामांकन के लिए शारीरिक दक्षता सक्षमता परीक्षा की गोपनीयता, स्वच्छता और सूचिता बनी रहे। आगे जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
अभ्यर्थी को पास करा देने का आडियो वायरल :
पुलिस लाइन में चल रहे होमगार्ड शारीरिक दक्षता परीक्षा में पास करा देने की गांरटी के नाम पर एक महिला अभ्यर्थी से फिजिकल ट्रेनिंग कैंप के संचालक द्वारा बातचीत का आडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इसमें ट्रेनिंग कैंप के संचालक द्वारा महिला अभ्यर्थी को पास करा देने की बात बताते हुए पैसे खर्च करने की बात कही जा रही है। उसने छात्रा को ग्राउंड आने की बात कही, जहां वह पैसे के लेन-देन का बातचीत करता। छात्रा के द्वारा इसका आडियो रिकार्ड कर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया गया है।
इधर आडियो वायरल होते ही जिला प्रशासन उक्त वायरल आडियो की जांच में जुट गयी है। डीएम ने पुलिस को निर्देश दिया है की अभ्यर्थी और बिचौलियों को चिन्हित कर उससे पूछताछ करें की इस पूरे प्रकरण में और कौन-कौन से लोग शामिल है। वहीं अगर विभाग के लोग भी इसमें शामिल है तो इसकी भीं जांच कर जल्द से जल्द रिपोर्ट डीएम कार्यालय को समर्पित करें, ताकि ऐसे व्यक्तियों पर कार्रवाई की जा सके।
स्टांप पेपर पर बाॅन्ड बनाकर लिया गया है पैसा :
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ट्रेनिंग कैंप के कुछ ट्रेनरों के द्वारा अभ्यर्थियों से पहले 3 लाख रुपए लिये गये है। वहीं पास होने के बाद बाकी का 2 लाख रुपये देने की बात आयी है। इसके लिये स्टांप पेपर पर बाॅन्ड भी बनवाया गया है। गारंटी के तौर पर अभ्यर्थियों के द्वारा बाॅन्ड पेपर पर कर्ज के रूप में पैसे देने की बात अंकित की गई है। मामला उजागर होने के बाद ट्रेनिंग कैंप के ट्रेनर गायब बताये जा रहे हैं। पुलिस द्वारा उनको पकड़ने को लेकर छापेमारी की जा रही है।

बाइट :
कैंपस के अंदर किसी भी तरह की गड़बड़ी संभव नही है। लेकिन कुछ बिचौलियों के द्वारा कुछ अभ्यर्थियों को गुमराह कर दोहन करने का प्रयास किया जा रहा था। ऐसे कुछ लोगों को चिन्हित भी किया गया है। डीएम के द्वारा जांच के लिए तीन सदस्यीय जांच कमिटी गठित की गई है। वहीं होमगार्ड कमांडेंट की भूमिका पर भी जांच चल रही है। वहां लगे सीसीटीवी फुटेज, वीडियोग्राफी की भी जांच की जा रही है। जिला प्रशासन की तरफ से कुछ बिचौलियों को चिन्हित किया गया है। उन सभी की भूमिका सामने आने पर कार्रवाई की जाएगी।
– राजेश कुमार सिंह, वरिय नोडल अधिकारी सह एडीएम आपदा