समस्तीपुर बैंक लूटकांड का पुलिस ने किया सीन रीक्रिएट, अपराधियों का बनाया जा रहा स्केच
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समस्तीपुर : शहर के काशीपुर स्थित बैंक ऑफ महाराष्ट्र में बुधवार को दिनदहाड़े हथियारबंद बदमाशों द्वारा 9.75 किलो सोना व 15 लाख 2 हजार 791 रूपये नगद लूट मामले में पुलिस की छापेमारी तीसरे दिन भी जारी रही। इस मामले को लेकर पुलिस के कोई भी अधिकारी जांच प्रभावित होने की बात कहकर कुछ भी बताने से परहेज कर रहे हैं। हालांकि पुलिस के एक अधिकारी के द्वारा इतना जरूर बताया गया है कि लूटकांड को अंजाम देने वाले गिरोह को चिन्हित कर लिया गया है और समस्तीपुर पुलिस इसके खुलासे के करीब भी पहुंच चुकी है।
फिलहाल पुलिस के द्वारा टेक्निकल व ह्युमन दोनों एंगल से सोना बरामदगी को लेकर ताबड़तोड़ छापेमारी की जा रही है। इसको लेकर पुलिस के द्वारा दर्जनों संदिग्धों को उठाकर उससे पूछताछ की जा रही है। लेकिन अब तक पुलिस के हाथ कुछ भी लग सका है। इस बैंक लूटकांड का तार अब सोना लूटकांड गिरोह से जुड़ता हुआ दिखाई दे रहा है। वैशाली, मुजफ्फरपुर, पटना, बेगूसराय व दलसिंहसराय में पुलिस की अलग-अलग टीम लगातार छापेमारी में जुटी हुई है। लेकिन किसी भी टीम के हाथ कुछ भी सुराग हाथ नहीं लग सका है।
इधर शुक्रवार को सदर-1 एसडीपीओ संजय पांडेय बैंक पहुंच बैंक कर्मियों से पूछताछ की और आभूषण व नगद संबंधित जानकारी ली। उन्होंने ब्रांच मैनेजर से नगद राशि व करेंसी की संख्या के साथ आभूषण में किस-किस ग्राहकों के कौन-कौन से आभूषण थे उसकी सूची ग्राहकों के नाम के साथ मांगी। इस दौरान अपराधियों के स्कैच बनाने को लेकर क्राइम सीन का रीक्रिएशन भी कराया गया। इसके लिये ग्राहक बनाकर एक महिला और दो पुरूष को उसी जगह बैठाया गया जहां वह लोग अपराधियों के आने से पहले बैठे थे। इसके अलावे बैंक कर्मियों को भी उसी जगह बैठाया गया जहां वह ड्यूटी के समय बैठे हुए थे। इस दौरान स्केचर के द्वारा स्केच बनाने को लेकर हर एंगल से फोटोग्राफी की गई।
जेल से ट्रांजिट रिमांड पर लाकर पूछताछ कर सकती है पुलिस :
समस्तीपुर पुलिस की अलग-अलग टीम बैंक लूटकांड पर काम कर रही है। इसको लेकर विभिन्न जेल में लूटकांड के आरोप में बंद बदमाशों से भी पुलिस की टीम पूछताछ कर रही है। पुलिस के द्वारा समस्तीपुर के अलावे बंगाल के दमदम जेल में, बेगूसराय जेल में, वैशाली जेल में व पटना बेउर जेल में पूछताछ का दौड़ जारी है। वैशाली व मुजफ्फरपुर जेल में बंद कुछ शातिरों ने समस्तीपुर में करीब आधे दर्जन बैंकों में लूट के लिए रेकी करने की बात भी स्वीकार की है। जेल से मिले इनपुट के बाद पुलिस टीम आगे की कार्रवाई में जुटी हुई है। उन शातिरों से यह भी जानकारी ली जा रही है कि बैंकों की रेकी में और कौन-कौन शातिर शामिल थे। किन बैंकों की रेकी की गई थी। ऐसे कई बिंदुओं पर जांच व सत्यापन किया जा रहा है। बताया गया है कि इनमें से कुछ बदमाशों को पुलिस ट्रांजिट रिमांड पर लेकर गहनता से पूछताछ कर सकती है। इधर कई संदिग्धों को उठाकर पुलिस पूछताछ करने में जुटी है।
अब बेगूसराय और दलसिंहसराय से जुड़ रहे लूटकांड के तार :
समस्तीपुर के सबसे बड़े लूटकांड को लेकर पुलिसिया कारवाई काफी तेज है। वैशाली, पटना, मुजफ्फरपुर, बेगूसराय व दलसिंहसराय में छापेमारी लगातार जारी है। पुलिस पहले वैशाली व मुजफ्फरपुर के गिरोह होने के एंगल से जांच शुरू की, उसके बाद इसमें बेगूसराय, दलसिंहसराय व पटना के भी नाम जुड़े। डीआईयू व एसटीएफ के द्वारा लगातार छापेमारी की जा रही है लेकिन अब तक नगद व आभूषण की बरामदगी तो दूर कर्मी और ग्राहक के लूटे गये मोबाइल फोन तक बरामद नहीं किया जा सका है।
बैंक से मांगी गई आभूषण संबंधित जानकारी :
बैंक ऑफ महाराष्ट्र से 9.75 किलो सोना व 15 लाख 2 हजार 791 रूपये रूपये नगद लूट मामले को लेकर पुलिस ने बैंक प्रबंधक से लूटे गए नगद और आभूषणों की पूरी जानकारी मांगी है। सूत्रों के अनुसार, पुलिस ने बैंक प्रबंधन से यह स्पष्ट करने को कहा है कि कितने ग्राहकों के कौन-कौन से आभूषण लॉकर में जमा थे और उनका विवरण क्या था इसकी जानकारी उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है। इसके अलावे, लूटी गई कुल नकदी की भी जानकारी मांगी गई है। बैंक अधिकारियों द्वारा फिलहाल डेटा संकलन कर पुलिस को सौंप दिया गया है। बताया गया है की अगर बदमाशों के पास से आभूषण बरामदगी होती है तो उससे मिलान किया जाएगा की इसी बैंक से लूटा गया आभूषण है या कोई और आभूषणों। बहरहाल पुलिस हर बिंदु पर जांच तो कर रही है लेकिन कोई खास सफलता मिलती हुई नहीं दिखाई दे रही है।
अंधेरे में तीर चला रही है पुलिस !
लूटकांड मामले में तीसरे दिन भी एसटीएफ, एसआईटी व डीआईयू के हाथ सफलता नहीं मिली है। पुलिस अब भी अंधेरे में तीर चला रही है। हालांकि पुलिस की टीम जल्द ही मामले के खुलासे की बात कही है। वहीं अब इस मामले में एसटीएफ, डीआईयू और सीआइडी की अलग-अलग टीमें लगाई गई है। बता दें कि लूटे गये आभूषण की कीमत करीब 9 करोड़ रुपये आंकी गयी है। इधर नगर थाना क्षेत्र के भीड़-भाड़ वाले इलाका काशीपुर में दिनदहाड़े लूटपाट की घटना से स्थानीय लोगों में दहशत व्याप्त है। लोगों ने कहा की स्थानीय पुलिस ऐसे अपराधियों पर अंकुश लगाने में अक्षम साबित हो रही है। अगर सही तरीके से गश्ती होती तो इतनी बड़ी लूट की घटना नहीं होती। बैंक के आसपास के दुकानदारों ने बताया कि इस घटना में काफी दिनों से दुकान की रेकी की जा रही होगी। अपराधियों का लाइनर भी कोई स्थानीय व्यक्ति होगा, इससे भी इनकार नहीं किया जा सकता है। सभी बदमाश बाहर कहीं दूसरी जगह के थे और काफी प्रोफेसनल थे, इसलिए सभी बिना नकाब के ही इतनी बड़ी लूट की घटना को बेधड़क अंजाम दे दिया और आसानी से निकल गये।
वर्जन :
बैंक आफ महाराष्ट्र से हुए लूटकांड मामले में पुलिस की अलग-अलग टीम छापेमारी में जुटी हुई है। अब तक कोई खास सफलता नहीं मिली है, लेकिन जल्द ही मामले का खुलासा कर लिया जाएगा। पुलिस की जांच सही दिशा में जा रही है।
अशोक मिश्रा, एसपी, समस्तीपुर