शोषितो व वंचितों के लिए आजीवन संघर्षरत रहे भरत राय, द्वितीय स्मृति दिवस पर पार्टी द्वारा श्रद्धांजलि सभा आयोजित
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समस्तीपुर :- कृतित्व और व्यक्तित्व के बल पर कुछ लोग मरकर भी कभी मरते नहीं। वें हमेशा लोगों की यादों में जिंदा रहते हैं ऐसे ही एक शख्सियत का नाम है बिहार राज्य विश्वविद्यालय कर्मचारी यूनियन के पूर्व उपाध्यक्ष भरत राय। ये मरकर भी अमर हैं, जब-जब लोग जिले में ट्रेड यूनियन और शैक्षणिक संस्थानों के संघर्ष कि पन्ने पलटेंगे वहां भरत राय के व्यक्तित्व और कृतित्व का चमकता हुआ एक अक्स दिखाई देंगे।
सीपीआई समस्तीपुर नगर इकाई द्वारा आयोजित पूर्व ट्रेड यूनियन नेता भरत राय के द्वितीय स्मृति दिवस के मौके पर बंगाली टोला स्थित सीपीआई जिला मुख्यालय में श्रद्धांजलि सभा आयोजित की गई। सभा की अध्यक्षता रामचंद्र राय ने किया। मुख्य अतिथि के रूप में जेएनयू के पूर्व प्राध्यापक प्रो. एस. एन. मालाकार ने कहा।
इस दौरान उन्होंने भरत राय को समाजवाद के लिए संघर्षरत भ्रष्टाचार के विरुद्ध व्यवस्था परिवर्तन के अगुवाई करने वाला शख्स बताया। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार की कोई नीति नहीं होती हैंं, बल्कि नीतियों में भ्रष्टाचार होता है। इसलिए उस नीति के विरुद्ध संघर्ष की जरूरत है जो नीति जनता के टैक्स के पैसे को जनता पर खर्च न करके पूंजीवाद का पोषण करता हो।
भाकपा जिला मंत्री सुरेंद्र सिंह “मुन्ना” ने उनके जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भारत बाबू कृष्णा हाई स्कूल जितवारपुर के बाद उच्च शिक्षा के लिए समस्तीपुर कॉलेज समस्तीपुर में दाखिला लिए और यही देश के प्रथम छात्र संगठन एआईएसएफ से जुड़ गए। इसी दौरान इनकी मुलाकात शिक्षक आंदोलन के प्रखर आवाज परमानंद सिंह मदन के संपर्क में आने के बाद छात्र आंदोलन में उनकी सक्रियता बढ़ने लगी और पढ़ाई पूरा होने के बाद जिले के अंदर विभिन्न प्रतिष्ठानों को ट्रेड यूनियन से जोड़ने में जुट गए।
बाद के दिनों में बी.आर. बी. कॉलेज में लाइब्रेरियन के पद पर बहाल होने पर बिहार के विश्वविद्यालय कर्मचारी के आंदोलन को तेज किया। सेवानिवृत होने पर जिले में स्थानीय निकाय में क्षेत्र के लोगों ने जिला परिषद बनाकर इन्हें सम्मान दिया और अंतिम दम तक शोषितो, वंचितों के लिए संघर्ष करते रहे इस दरमियान कई बार जानलेवा हमले का भी सामना करना पड़ा लेकिन इससे उनके आंदोलन पर कोई असर नहीं पड़ा। उन्होंने 16 फरवरी के संयुक्त ट्रेड यूनियन के ग्रामीण भारत बंद में शामिल होने का अपील किया।
सभा को पूर्व जिला परिषद् सदस्य रामप्रीत पासवान, एआईएसएफ जिला अध्यक्ष सुधीर कुमार, किसान सभा जिला अध्यक्ष प्रेमनाथ मिश्रा, एटक जिला अध्यक्ष सुधीर देव, जन कवि दीपक कुमार “धीरज”, छात्र नेता अभिषेक आनंद, अर्जुन कुमार, जामिया के छात्र नेता नबाब, पूर्व शिक्षक नेता जगदीश राय, रामयतन राकेश, सुरेंद्र राय , रामप्रीत राय आदि ने भी संबोधित किया।