समस्तीपुर इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्रों ने गांव में घुसकर जमकर मचाया उत्पात, दर्जनों ग्रामीण व बेजुबान पशुओं को पीटा; दुकानों में भी की तोड़फोड़
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समस्तीपुर/सरायरंजन :- समस्तीपुर जिले के सरायरंजन थाना क्षेत्र स्थित राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज समस्तीपुर में छात्रों ने जमकर बवाल मचाया। मारपीट की शुरुआत मंगलवार की शाम से शुरू हुई। बताया गया है कि लाठी-डंडे, ईट-पत्थर से, राॅड लैस छात्रों ने मंगलवार की शाम गांव में जमकर उत्पात मचाया व तोड़फोड़ की। इसके साथ ही ग्रामीणों के साथ मारपीट भी की। छात्रों की पिटाई से दर्जनों से अधिक ग्रामीण जख्मी हो गये।
इसके बाद बुधवार की सुबह ग्रामीणों ने इंजीनियरिंग कॉलेज का घेराव करने के साथ सड़क जाम कर आवागमन पूरी तरह ठप कर दिया। नरघोघी में तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए एडीएम अजय तिवारी, सदर डीएसपी संजय कुमार पांडेय व सदर एसडीओ दिलीप कुमार पुलिस बल के साथ पहुंचे और ग्रामीणों को किसी तरह समझा बुझाकर शांत कराने की कोशिश की।
हालांकि तनाव कम नहीं होता देख डीएम योगेंद्र सिंह और एसपी विनय तिवारी भी इंजीनियरिंग काॅलेज पहुंचे। घटना को लेकर ग्रामीण महेश कुमार रजक ने प्राथमिकी दर्ज करने को लेकर सरायरंजन थाने में आवेदन दिया है। वहीं महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. राजकिशोर तुगनायत ने बताया है की जो भी दोषी है जिला प्रशासन उनपर कारवाई करें। इस घटना में बाहरी असमाजिक तत्व भी शामिल है। वहीं उनके महाविद्यालय का जो भी छात्र इसमें शामिल है, उनपर भी कारवाई की जाए। छात्रों से पूछताछ की जा रही है। काॅलेज स्तर पर भी उन दोषी छात्रों पर कार्रवाई होगी। किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।
घटना के संबंध में छात्र व ग्रामीण एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं। इंजीनियरिंग के छात्र छात्राओं ने बताया कि मंगलवार शाम करीब छह बजे कॉलेज की तीन छात्राएं नरघोघी हाट से गुजर रही थीं। आरोप है कि कुछ लोगों ने इस दौरान छात्राओं पर फब्तियां कसने के साथ छेड़छाड़ की। इसकी सूचना छात्राओं ने छात्रावास में रह रहे छात्रों को दी।
इधर, ग्रामीणों का कहना है कि हाट से गुजर रही छात्राओं की मौजूदगी में एक कार से उतरे छात्र-छात्राएं प्रेमालाप में मशगूल हो गए, जो उन्हें नागवार लगा। इसका ग्रामीणों ने विरोध किया। इससे नाराज इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्रावास से निकले छात्रों ने लाठी व डंडे लेकर ग्रामीणों को पीटना शुरू कर दिया। इससे नरघोघी बाजार में अफरा-तफरी मच गयी।
छात्रों की पिटाई से बचने के लिए ग्रामीण इधर-उधर भागने लगे। इस दौरान कई दर्जन ग्रामीण चोटिल हो गये। इस दौरान उत्पात मचा रहे छात्रों ने ग्रामीणों के साथ-साथ दरवाजे पर बंधे बेजुबान पशुओं को भी बेरहमी से पीटा। दुकानों में भी तोड़फोड़ की। इस दौरान ग्रामीणों ने जुटकर सभी उत्पाती छात्रों को खदेड़ दिया। इसके बाद सभी ने काॅलेज पर पहुंचकर जमकर बवाल मचाया। इस दौरान स्थानीय थाना की पुलिस कुछ हद तक स्थिति कंट्रोल करने की कोशिश की लेकिन बवाल बढ़ता ही गया।
रात हो जाने पर बुधवार सुबह ग्रामीण फिर से काॅलेज के बाहर जुटकर घेराव कर दिया व सड़क जामकर नारेबाजी शुरू कर दी। सूचना पर पहुंची स्थानीय सरायरंजन थाने की पुलिस के अलावा एडीएम, सदर एसडीओ एवं डीएसपी ने आक्रोशित ग्रामीणों को समझा-बुझाकर जाम हटाया। लेकिन बवाल कम नहीं होता देख इसकी सूचना वरीय पदाधिकारियों को दी गई तब डीएम और एसपी भी इंजीनियरिंग काॅलेज पहुंचे और घटना का जायजा लेकर ग्रामीणों की मध्यस्थता से बवाल को शांत कराया।
ग्रामीण के आवेदन पर अज्ञात छात्रों के ऊपर प्राथमिकी दर्ज :
नरघोघी निवासी महेश रजक के आवेदन के आधार पर सरायरंजन थाने में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। महेश रजक द्वारा दिए गए आवेदन में बताया गया है कि मंगलवार शाम इंजीनियरिंग कॉलेज के करीब डेढ़ सौ छात्र लाठी, डंडा, लोहे के रॉड एवं ईंट पत्थर लेकर अचानक हमला बोल दिया। छात्रों ने सडक पर मौजूद ग्रामीणों की पिटाई करने के साथ घर में भी घुसकर लोगों की पिटाई की। इसके अलावा नरघोघी बाजार में कई दुकानों को भी क्षति पहुंचाया गया। छात्रों ने कई मवेशी को भी लाठी डंडा से मार कर घायल किया। बाद में ग्रामीणों को जुटते देख सभी हमलावर छात्र भाग निकले।
घायल लोगों में नरघोघी के अशोक दास, सचिन कुमार, मुकेश चौरसिया, मल्हू दास, शंभू महतो, दिलीप चौरसिया, राकेश महतो, रामदयाल शर्मा, भाग्यनारायण शर्मा, राधा देवी, मो. कल्लू आदि शामिल हैं। फिलहाल किसी तरह तो मामले को शांत करा दिया गया है लेकिन कॉलेज गेट के पास स्थानीय पुलिस लगातार कैंप कर रही है। मामले को लेकर डीएम योगेंद्र सिंह ने बताया कि घटना की प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है। जांचोपरांत दोषी लोगों पर सख्त कार्रवाई होगी। किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।