समस्तीपुर में प्रदूषण से निपटने के लिए सड़क पर किया जा रहा पानी का छिड़काव, डॉक्टर की यह सलाह जरूर मानें…
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समस्तीपुर :- समस्तीपुर जिले की हवा में प्रदूषण की मात्रा में काफी बढ़ोतरी हो गई है। गुरुवार की शाम 7 बजे समस्तीपुर शहर का औसतन एक्यूआई 348 रहा, जो रेड जोन को दर्शाता है। शहर में वायु प्रदूषण की खतरनाक स्थिति में रहने के कारण लोगों में सांस फूलने, फेफड़े, हृदय रोग से संबंधित परेशानी बढ़ने लगी है। इससे निपटने के लिए जिला प्रशासन सड़कों पर टैंकर के माध्यम से पानी का छिड़काव कर रहा है। इस टैंकर के माध्यम से ओवरब्रिज से लेकर बारह पत्थर तक रास्तों पर पानी का छिड़काव किया जा रहा है ताकि प्रदूषण के कणों को भिगो कर जमीन पर गिराया जा सके और स्मॉग के दुष्प्रभाव को कम किया जा सके।
बढ़ते स्मॉग का मुद्दा Samastipur Town ने प्रमुखता से उठाया था। इसके बाद निगम के अधिकारियों ने इसके तोड़ का विकल्प तलाशा। हालांकि पानी का छिड़काव करने के बाद सड़क पर हल्की कीचड़ हो गई। एक तरफ जहां जिले के वरिय अधिकारियों के आवास व कार्यालय के पास पानी का छिड़काव कर प्रदुषण को कम करने की कोशिश की जा रही है वहीं शहर के अन्य रास्तों का हाल खराब है जहां दिनभर धूल उड़ती रहती है। बाजार समिति, गोला रोड व मोहनपुर से लेकर मुसरीघरारी तक धूल के कारण लोगों का चलना दुर्लभ है।
मानव स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक :
वायु प्रदूषण का यह खतरनाक स्तर मानव स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक माना जाता है। बिहार के लगभग सभी शहरों में प्रदूषण का कारण पीएम 2.5 है। पीएम 2.5 हवा में मौजूद ऐसे धूल कणों को कहा जाता है जिनका आकार 2.5 माइक्रोन से कम होता है। यह सांस के जरिये शरीर में प्रवेश कर सकते हैं और हमारे स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाते हैं।
डाॅक्टर की सलाह मानें:
SRS डायबिटीज के संचालक फिजिशियन डॉ. आरके सिंह के मुताबिक एयर पॉल्यूशन से लोगों को कई तरह की परेशानियां हो सकती हैं। सांस लेने के दौरान हवा में मौजूद खतरनाक तत्व फेफड़ों तक चले जाते हैं, जिसकी वजह से कई लोगों को सांस लेने में परेशानी होने लगती है। अस्थमा और सांस के मरीजों को पॉल्यूशन की वजह से एलर्जिक रिएक्शन और एक्यूट ब्रोंकाइटिस और अस्थमा का अटैक आने जैसी गंभीर समस्याएं हो सकती हैं। पॉल्यूशन की वजह से कई लोगों की आंखों में जलन और एलर्जी हो जाती है। बुजुर्ग और कम उम्र के बच्चों पर इसका सबसे ज्यादा असर होता है।
कैसे करें Pollution से बचाव?
डॉ. आरके सिंह के अनुसार पॉल्यूशन से बचने के लिए आप ज्यादा से ज्यादा घर के अंदर रहें और जरूरत होने पर ही बाहर जाएं। बाहर जाते वक्त मास्क लगाना सभी के लिए बेहद जरूरी है ताकि प्रदूषक तत्व सांस के जरिए आपके शरीर में न पहुच सकें। अस्थमा के मरीजों को किसी भी तरह की परेशानी होने पर डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। इसके अलावा अपनी दवाई समय पर लेनी चाहिए और घर के खिड़की दरवाजे बंद रखने चाहिए। अगर संभव हो तो एयर प्यूरीफायर लगवा लें। इसके अलावा आंखों में जलन होने पर उन्हें साफ पानी से धो लें और डॉक्टर की सलाह के बाद आई ड्रॉप इस्तेमाल करें। घर पर किसी तरह का इलाज न करें।