पुलिस एनकाउंटर में ढेर समस्तीपुर के दोनों अपराधियों का वाराणसी में हुआ अंतिम संस्कार, फरार ललन पर एक लाख का इनाम घाेषित
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वाराणसी के बड़ागांव थाना क्षेत्र में सोमवार को एनकाउंटर में मारे गए समस्तीपुर निवासी दोनों अपराधियों का शव हरिश्चंद्र घाट पर अंत्येष्टि के लिए पहुंचा। जहां एसीपी भेलूपुर और भेलूपुर थाने की पुलिस की देखरेख में अंतिम संस्कार हुआ। मुखाग्नि हरिश्चंद्र घाट पर पुलिस की देख रेख में डोमराजा परिवार के बहादुर चौधरी ने दी।
बता दें कि उत्तर प्रदेश पुलिस की कार्यवाही में ढेर हुए समस्तीपुर के मोहिउद्दीननगर थाना क्षेत्र अंतर्गत आनंद गोलवा निवासी मनीष सिंह एवं रजनीश सिंह के पिता शिव शंकर सिंह ने अपने पुत्र का शव लेने से मना कर दिया था। मृतक के पिता कहा था कि मैं गरीब व्यक्ति हूं और शरीर से लाचार हुं। मेरे पास इतना समर्थ नहीं है की मैं अपने पुत्र का शव उत्तर प्रदेश से बिहार ला सकूं। पुलिस वहीं दाह संस्कार कर दे या शव को घर पहुंचा दे।
2017 में मनीष-ललन ने बैंक के 60 लाख लूटे थे
बेलछी में बैंक लूटने से पहले तीन दाराेगा व जमादार काे मारी थी गाेली, दाे की माैत हुई थी, लूट लिया था असलहा 6 मार्च 2017 काे बाढ़ के बेलछी, बाघाटीला स्थित पीएनबी में तीन भाइयाें रजनीश, मनीष और ललन ने बैंक का 60 लाख लूट लिया था।
विराेध करने पर तीनाें ने बैंक में लूट की घटना को अंजाम देने के दौरान बैंक के गार्ड योगेश्वर पासवान, सुरेश सिंह और वाहन चालक अजीत यादव की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। तीनाें ने बैंक लूटने के लिए बाढ़ एएसपी कार्यालय के पास ही किराया का मकान लिया था। कुछ दिनाें तक ऑटाे भी चलाया था। बैंक लूट के बाद तत्कालीन एसएसपी मनु महाराज ने ललन, मनीष और रजनीश काे गिरफ्तार करने के साथ ही लूट के 45 लाख बरामद किए थे।
यूपी पुलिस ने ललन पर एक लाख का इनाम घाेषित किया
11 साल पहले इन चाराें कुख्यात भाइयाें पर समस्तीपुर जिले के मोहिद्दीनगर थाने में लूट का मुकदमा दर्ज हुआ था। इसके बाद चारों भाइयाें ने अपना गिराेह बना लिया। इस गिराेह में काेई बाहर का अपराधी नहीं है। बाहर का अपराधी इसलिए नहीं रखते कि वारदात करने के बाद गिरफ्तारी से पुलिस काे सूचना लीक हाेने का डर था। खास बात यह है कि एक साथ मिलकर भाइयाें का गिराेह अपराध करता है। सूत्राें के अनुसार, रजनीश, मनीष और ललन का एक भाई बउआ सिंह हाजीपुर जेल में बैंक लूट में बंद है। पटना पुलिस हाजीपुर जेल जाकर उससे पूछताछ कर सकती है। हाे सकता है कि पटना पुलिस उसे रिमांड पर भी लेकर पूछताछ करे।
ललन पर 6 केस दर्ज हैं ताे मनीष पर चार
ललन पर कुल छह केस दर्ज हैं। इनमें बेलछी में एक, बाढ़ में 2, फतुहा में एक, नालंदा के साेहसराय में और बिंद में एक-एक केस हत्या, लूट, बैंक डकैती के दर्ज हैं। वहीं मनीष पर बेलछी में एक बाढ़ में दाे और साेहसराय में एक के दर्ज है। रजनीश पर बेलछी, बाढ़ और साेहसराय में एक-एक केस दर्ज है।
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