समस्तीपुर के सरकारी और गैर सरकारी अस्पतालों से निकलने वाले मेडिकल कचरा निष्पादन की DM ने मांगी रिपोर्ट
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समस्तीपुर :- डीएम योगेन्द्र सिंह ने पशुपालन कार्यालय सहित सभी जिले के सभी सरकारी व प्राइवेट चिकित्सा संस्थान, चिकित्सालय में मेडिकल कचरा के निष्पादन संबंधी व्यवस्था की रिपोर्ट मांगी है। समीक्षा बैठक में डीएम ने कहा कि सभी को प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड से सर्टिफिकेट लेने का प्रावधान है।
उन्होंने सिविल सर्जन, जिला सामान्य शाखा प्रभारी पदाधिकारी, जिला वन संरक्षण पदाधिकारी एवं अन्य संबंधित पदाधिकारियों की टीम गठित कर यह जानकारी लेने का आदेश दिया कि कितने चिकित्सालयों को प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड का सर्टिफिकेट अप्रूवल प्राप्त है, कितने चिकित्सालयों ने अप्लाई कर रखा है एवं कितने को अब तक अप्रूवल नहीं मिला है।
समीक्षा बैठक में डीएम ने वेस्ट प्रोसेसिंग यूनिट की भी समीक्षा की। इसमें बताया गया कि सभी प्रखंडों में प्रथम चरण का कार्य लगभग समाप्त हो चुका है। इस पर डीएम ने सभी बीडीओ व मनरेगा के पीओ को द्वितीय चरण का कार्य कराने एवं कार्यों में तेजी लाने का निर्देश दिया। उन्होंने कचरे का सेरिगेशन (पृथक्करण) कर जिला स्थित यूनिट में भेजवाने का सभी बीडीओ को आदेश दिया।
डीएम ने बनाई टीम
डीएम योगेंद्र सिंह ने 3 सदस्य टीम का गठन करते हुए निबंधित एवं गैर निबंधित अस्पतालों की जांच करने एवं इसका रिपोर्ट जमा करने का आदेश दिया है डीएम ने टीम को आवश्यक रूप से जिले भर में संचालित अस्पताल की जांच कर रिपोर्ट देने का आदेश दिया है।
अस्पतालों की बन रही सूची
सीएस डॉ एसके चौधरी ने बताया कि बायोमेडिकल वेस्ट प्रबंधन को लेकर स्वास्थ्य विभाग सजग है। जिले के निबंधन एवं गैर निबंधित अस्पतालों की सूची बना नोटिस किया जा रहा है कि आप कैसे बायो मेडिकल वेस्ट प्रबंधन कर रहे हैं। अगर कर रहे हैं तो इसके उठाओ का रसीद जवाब के साथ उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें।अन्यथा आप के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।