जब मैं मुख्यमंत्री था तो नरेन्द्र मोदी क्या थे? नीतीश कुमार ने नाम लिए बिना प्रधानमंत्री पर किया हमला
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मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का नाम लिए बगैर कहा कि जब वह मुख्यमंत्री बने थे, तब वह क्या थे? जिन्हें जेपी आंदोलन की जानकारी नहीं, वे लोग पता नहीं क्या-क्या बोलते रहते हैं। उनलोगों को कोई ज्ञान है क्या? ऐसे लोगों पर हम कुछ नहीं बोलते। बापू सभागार में आयोजित कार्यक्रम से लौटने के क्रम में संवाददाताओं से बातचीत के क्रम में उन्होंने यह बात कही।
जो लोग बोल रहे हैं, वह 2002 में सरकार में आए
मुख्यमंत्री ने किसी का नाम लिए बगैर नाम लिए कहा जो लोग बोल रहे हैं, वह 2002 में सरकार में आए। जेपी आंदोलन 1974 मे हुआ। उसमें उन लोगों की कौन सी भूमिका रही है। कितने साल से राजनीति में हैं। अपने राज्य को भी ठीक से जानते हैं क्या? कुछ लोग मेरी उम्र के बारे में टिप्पणी करते हैं। टिप्पणी करने वाले के नेता की क्या उम्र है।
इसाई शांतिप्रिय समुदाय, किसी को परेशान नहीं करता
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नगालैंड वासियों को आश्वत किया है कि वे उनकी बेहतरी के लिए काम करेंगे। उनसे जितना बन पड़ेगा, इस राज्य के लिए करेंगे। कुमार मंगलवार को दीमापुर में जदयू की ओर से आयोजित जेपी जयंती समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि लोकनायक ने नगालैंड के लोगों के जीवन में बेहतरी के लिए काम किया।
जेपी 1964 से 1967 तक इस राज्य में रहे। इसलिए जदयू की नगालैंड इकाई ने जब उन्हें जेपी जयंती का आमंत्रण दिया तो वे तुरंत राजी हो गए। उन्होंने कहा कि हम जेपी के अनुयायी हैं। उन्हीं के बताए रास्ते पर चलकर बिहार का विकास कर रहे हैं। जेपी ने आजादी की लड़ाई में हिस्सा लिया था। आजादी के बाद देश के नवनिर्माण में बड़ी भूमिका निभाई। मुख्यमंत्री ने नगालैंडवासियों की जीवनशैली की प्रशंसा की।
आपलोग भोजन, काम और विश्राम समय पर करते हैं
आपलोग भोजन, काम और विश्राम समय पर करते हैं। इसलिए आप का स्वास्थ्य इतना अच्छा है। हम आपको बिहार आने का आमंत्रण दे रहे हैं। देखिए कि वहां किस तरह काम हो रहा है। इसाई बहुल इस राज्य के इसाई समुदाय के लोगों की तारीफ की। उन्होंने कहा कि बिहार में सभी समुदाय के लोग मिलजुलकर रहते हैं। बहुत अच्छा माहौल है। इसाई बहुत अच्छा समुदाय है। यह किसी को परेशान नहीं करता है।
उन्होंने कहा कि 25 दिसम्बर को क्रिसमस है। हम आपको अग्रिम शुभकामना देते हैं। आपका अभिनंदन करते हैं। जयंती समारोह को जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह ऊर्फ ललन सिंह ने भी संबोधित किया। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे जदयू से जुड़ें। स्थानीय हवाई अड्डे पर पारंपरिक तरीके से मुख्यमंत्री का स्वागत किया गया।