महापरिवर्तन जन आंदोलन पदयात्रा पहुंची नौबतपुर, गांववासियों को बताया गया यात्रा का उद्देश्य
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[श्री राजपूत] :- जनतंत्र की जननी वैशाली से शुरू हुई महापरिवर्तन जन आंदोलन पदयात्रा चौथे दिन पटना होते हुए बादीपुर और नौबतपुर पहुंची। जहां उपस्थित ग्रामवासियों ने पदयात्रा में शामिल सदस्यों का फूलमाला पहनाते हुए स्वागत सत्कार किया। इस दौरान पदयात्रा में शामिल जय सिंह राजपूत, प्रियंका मिश्रा, संजय चंद्राकर, नवीन कुमार ठाकुर और पर्यावरणविद डॉ. धर्मेंद कुमार ने गांववासियों को पदयात्रा के उद्देश्य के बारे में जानकारी दिया।
सभी को बताया गया कि जिसके तहत तीन कानूनों की मांग की जा रही है जो जनता को शासन करने की शक्ति देगी और शत्ता का विकेंद्रीकरण होगा, जिससे भ्रष्टाचार पूर्णरूप से बंद किया जा सकता है। पदयात्रा में राईट टू रिकॉल के तहत जनप्रतिनिधियों और प्रशासनिक अधिकारियों को जनता के द्वारा हटाने का अधिकार मिलेगा, राईट टू रेफरेंडम के तहत किसी भी नए कानून के लागू होने में जनता की राय लेने की बाध्यता होगी, और राईट टू प्रपोज अमेंडमेंट के तहत जनता के सुझावों को नए कानून में डालने का अधिकार होगा।
साथ ही सभी ने जनसंवाद के माध्यम से लोकतंत्र में जनता की निहित शक्तियों और अधिकारों की चर्चा करते हुए कहा कि अगर हमारी मांग पूरी हो जाती है तो यह जनता की जीत होगी और असल जनतंत्र की शुरुआत होगी। बताते चलें कि पदयात्रा बिहार, झारखंड, ओडिसा, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश, राजस्थान, हरियाणा से दिल्ली तक जाएगी। यात्रा के दौरान पैदल चलकर सफर तय किया जाता है और जगह-जगह लोगों को इकट्ठा कर अपने तीनों कानून की विस्तार से जानकारी दी जाती है और बताया जाता है कि किस तरह इन कानूनों के लागू होने पर भ्रष्टाचार जड़ से खत्म की जा सकती है।