जब तक मैं मंत्री हूं तब तक…, NDA में सीट शेयरिंग पर बोले चिराग; पटना में एलजेपी की बैठक

बिहार में चुनाव को लेकर हलचल के बीच NDA में सीट बंटवारे को लेकर अभी तक सबकुछ स्पष्ट नहीं है। एलजेपी (आर) सुप्रीमो और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान लगातार कह रहे हैं कि अभी सीट बंटवारे पर बातचीत ही चल रही है। इस बीच पटना में एलजेपी (आर) की आपात बैठक चल रही है। पार्टी के राज्य चुनाव प्रभारी अरुण भारती की अध्यक्षता में इस बैठक में प्रदेश अध्यक्ष राजू तिवारी सहित कई सांसद व पार्टी के पदाधिकारी पहुंचे हैं।
बैठक में लड़ने वाली सीटों पर चर्चा हो रही है। इस बैठक में एलजेपी (रामविलास) के बिहार प्रदेश अध्यक्ष राजू तिवारी मौजूद हैं। इसके अलावा सांसद शांभवी चौधरी और हुल्लास पांडे समेत एलजेपी के कई दिग्गज नेता मौजूद हैं। सांसद अरुण भारती बैठक की अध्यक्षता कर रहे हैं।

वहीं, लोजपा (रा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान दिल्ली में हैं। उनकी शाम को भाजपा के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय से मुलाकात संभावित है। सुबह में पत्रकारों से बातचीत करते हुए चिराग पासवान एनडीए में सीट बंटवारे पर कुछ भी बोलने से बचते दिखे। उन्होंने कहा कि मेरे पास और भी बहुत जिम्मेदारियां हैं। केंद्रीय मंत्री हूं। उस जिम्मेदारी का निर्वहन करने जा रहा हूं। चिराग पासवान ने कहा, ’बातचीत चल रही है। ऐसे में मेरे ऊपर और भी जिम्मेदारियां हैं। जब तक मैं मंत्री हूं तब तक मंत्रालय की भी जिम्मेदारी है तो मैं फिलहाल उसको देखने जा रहा हूं।’

न्यूज एजेंसी भाषा ने अपनी एक रिपोर्ट में बताया है कि केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) ने पहले लगभग 20-22 सीटें देने पर संतोष जताया था, लेकिन अब वह 25 और सीट मांग रहे हैं। लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के वरिष्ठ नेता मानते हैं कि पार्टी को कम से कम 45 सीट मिलनी चाहिए। पार्टी के एक नेता ने नाम सार्वजनिक नहीं करने की शर्त पर यह जानकारी दी।
बता दें कि साल 2020 के विधानसभा चुनावों में, पासवान ने राजग से अलग होकर चुनाव लड़ा था। उस चुनाव में पासवान की पार्टी को केवल एक सीट पर जीत मिली थी, लेकिन उसने कई सीट पर जद (यू) को नुकसान पहुंचाया था। इस वजह से जद (यू) को पिछले दो दशकों में सबसे कम 43 सीट पर जीत मिली थी।

जीतन राम मांझी ने मांगी 15 सीटें
इधर राजग में शामिल दल हिन्दुस्तान अवाम मोर्चा (हम) के प्रमुख व केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने स्पष्ट किया कि वह “दावा नहीं, बल्कि अनुरोध” कर रहे हैं कि उनकी पार्टी को आगामी विधानसभा चुनाव में सम्मानजनक संख्या में सीटें दी जाएं।मांझी ने पटना में बुधवार को पत्रकारों से कहा, “अगर हमें कम से कम 15 सीटें नहीं दी गईं तो यह मेरे और मेरी पार्टी के लिए अपमानजनक होगा। यदि हमें 15 सीटें मिलती हैं, तो हम आसानी से कम से कम 8-9 सीटें जीत सकते हैं और हम मान्यता प्राप्त पार्टी बन जाएंगे। स्थापना के 10 साल बाद भी ‘हम’ एक मान्यता प्राप्त पार्टी नहीं बन पाई है। इसलिए, मैं राजग नेताओं से अनुरोध कर रहा हूं, दावा नहीं।”
मांझी ने संकेत दिया है कि वह चाहते थे कि चार विधायकों वाली उनकी पार्टी बिहार की 243 विधानसभा सीटों में से आधी सीटों पर चुनाव लड़े, लेकिन राजग सहयोगियों के खिलाफ लड़ाई से बचने के लिए 15 सीटों पर समझौता करने को तैयार हैं।





