बीजेपी पर हमला और नीतीश से परहेज, बिहार में यह कैसा चुनाव प्रचार करना चाहती है कांग्रेस?

बिहार में विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस बड़ी रणनीति बना रही है। पार्टी से जुड़े सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस बीजेपी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सीधा अटैक करेगी। वहीं वह जेडीयू पर ज्यादा हमले नहीं करना चाहती। इसकी वजह है कि कांग्रेस अब भी जेडीयू चीफ नीतीश कुमार के लिए अपने दरवाजे खुले रखना चाहती है। पिछले सप्ताह एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा था कि बिहार की सरकार रिमोट कंट्रोल से चलाई जा रही है। उन्होंने कहा था कि सरकार के सारे फैसले नई दिल्ली से लिए जाते हैं।
’20 साल, विनाशकाल’ नाम से 42 पेज का आरोप पत्र जारी करते हुए कांग्रेस ने कहा था कि बिहार के मुख्यमंत्री ने अपने ही वादे तोड़ दिए। उन्होंने सीधे नीतीश कुमार पर आरोप ना लगाते हुए बीजेपी और केंद्र की सरकार को आड़े हाथों लिया था। हिन्दुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक कांग्रेस के दो वरिष्ठ नेताओं ने बताया कि पार्टी इस चुनाव में बीजेपी पर ही सीधा हमला करने वाली है। वहीं चुनाव प्रचार के दौरान बीजेपी और नीतीश कुमार को एक नहीं माना जाएगा बल्कि दोनों को अलग-अलग हैंडल किया जाएगा। कांग्रेस नेता ने कहा, इस रणनीति के पीछे एक अहम वजह यह है कि विधानसभा चुनाव में किसी को बहुमत ना मिलने की स्थिति में जेडीयू के लिए दरवाजे खुले रखने हैं।

कांग्रेस की शुरुआती ग्राउंड रिपोर्ट में भी सामने आया था कि 18 साल से बिहार की सत्ता में होने के बावजूद नीतीश कुमार का राज्य में ज्यादा विरोध नहीं है। कांग्रेस नेता ने कहा, बिहार में अब भी बेरोजगारी और प्राइवेट निवेश की बड़ी समस्या है जिसपर हमें फोकस करना है।
बता दें कि नीतीश कुमार पहली बार 3 मार्च 2000 को बिहार के मुख्यमंत्री बने थे। हलांकि वह केवल सात दिन तक ही सीएम रहे। बहुमत के अभाव में उनकी सरकार गिर गई। इसके बाद 2005 में दूसरी बार मुख्यमंत्री बने और अपना कार्यकाल पूरा किया।

इस बार एनडीए में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड (जदयू) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) 243 सदस्यीय विधानसभा में 101-101 सीट पर चुनाव लड़ेंगी, जबकि शेष सीट छोटे सहयोगी दलों के लिए छोड़ी गई हैं। यह पहला अवसर है जब बिहार में राजग के दोनों प्रमुख घटक जदयू और भाजपा समान संख्या में सीट पर चुनाव लड़ेंगे। वहीं विपक्षी दलों के गठबंधन में अभी सीटों का बंटवारा फाइनल नहीं हुआ है।






