चिराग पासवान की सीट 22 से 30 के बीच फंसी? रात में फिर मिल सकते हैं बीजेपी नेता

बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के तीसरे बड़े हिस्सेदार लोक जनशक्ति पार्टी- रामविलास (एलजेपी-आर) के अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के बड़े नेताओं के बीच सीट बंटवारे की बातचीत पर मंगलवार को सहमति नहीं बन पाई। सूत्रों का कहना है कि चिराग की डिमांड और बीजेपी के ऑफर में ठीक-ठाक अंतर था। सहयोगी दलों और पार्टी नेतृत्व से विचार-विमर्श के बाद भाजपा नेता दोबारा ऑफर लेकर चिराग पासवान से आज रात या कल फिर मिल सकते हैं। सूत्रों का कहना है कि बिहार भाजपा के प्रभारी विनोद तावड़े, चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान और मंगल पांडेय 22 सीटों का ऑफर लेकर गए थे, लेकिन चिराग ने 30 सीटों से कम को आत्मसम्मान से जोड़ दिया है।
सूत्रों का कहना है कि भाजपा नेताओं के साथ बातचीत में चिराग ने स्पष्ट रूप से लोजपा-आर की जीती पांच की पांच लोकसभा सीटों के अंदर कम से कम दो-दो विधानसभा सीटों की मांग रखी है। चिराग ने 2024 के लोकसभा चुनाव के स्ट्राइक रेट को सीट बंटवारे का फॉर्मूला बनाने का दबाव बना रखा है, जिसके आधार पर ज्यादा सीटें मिल सकती हैं। चिराग पासवान के पिता और दिवंगत समाजवादी नेता रामविलास पासवान की 8 अक्टूबर यानी कल पुण्यतिथि भी है। चिराग पुण्यतिथि की तैयारियों में भी जुटे हुए हैं।

जीतनराम मांझी भी 15 सीट की जिद पर अड़े, दिल्ली में कर रहे हैं कैंप
बिहार एनडीए के चौथे बड़े दल हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के नेता और केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी पटना में भाजपा नेताओं से मुलाकात के बाद दिल्ली लौट आए थे और अब यहीं कैंप कर रहे हैं। मांझी खुलकर 15 सीट मांग रहे हैं क्योंकि उन्हें अपनी पार्टी को प्रांतीय दल का दर्जा दिलाना है और इसके लिए उनके हिसाब से 8 सीटों की जरूरत है। मांझी कह रहे हैं कि 8 सीट मिलेगी तो जीतेंगे कितनी। उन्हें कम से कम इतनी सीटें चाहिए, जितनी लड़कर हम के विधायक 8 से नीचे ना रह जाएं।

जीतनराम मांझी से मिलने पहुंचे चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान; NDA में सीट बंटवारे पर चर्चा तेज
धर्मेंद्र प्रधान और विनोद तावड़े ने सहयोगी दलों से बातचीत की रफ्तार बढ़ा दी है इसलिए लग रहा है कि एक से दो दिनों के अंदर सीट बंटवारे पर सुलह-समझौते का फॉर्मूला निकल जाएगा। एक फॉर्मूले की चर्चा चल रही है कि नीतीश कुमार की जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) 101 सीट और भाजपा 100 सीट लड़े तो चिराग को 26 और मांझी और उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी राष्ट्रीय लोक मोर्चा (आरएलएम) को 8-8 सीट दी जा सकती है।

एनडीए और महागठबंधन का सीट बंटवारा लगभग तय हो गया है, दो-तीन दिन में ऐलान के आसार
चुनाव आयोग ने सोमवार को बिहार में चुनाव के लिए दो चरण में मतदान कराने के कार्यक्रम की घोषणा की थी। पहले चरण का मतदान 6 नवंबर को है जिसके लिए नॉमिनेशन 10 अक्टूबर से शुरू हो जाएंगे। दूसरे चरण का मतदान 11 नवंबर को है जिसका नामांकन 13 अक्टूबर से चालू होना है। विधानसभा चुनाव का रिजल्ट 14 नवंबर को आएगा।

चिराग पासवान ने सोमवार को चुनाव के ऐलान के बाद जो ट्वीट किया था, उसमें कहीं भी नीतीश कुमार या एनडीए का जिक्र नहीं था। ट्वीट लोजपा और उनके बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट नारे पर फोकस था, जो चर्चा का विषय बना हुआ है। इस बीच मंगलवार की शाम चिराग ने अपने सांसद बहनोई अरुण भारती को बिहार चुनाव का प्रभारी और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राजू तिवारी को सह-प्रभारी नियुक्त कर दिया है।




