समस्तीपुर के युवक ने खुद को पिटवाया, फेक वीडियो बनाया; गाड़ी के लिए दोस्तों संग अपहरण का ड्रामा रचकर परिवार से फिरौती मांगी
समस्तीपुर जिले के एक युवक ने गाड़ी खरीदने के लिए परिजनों से पैसे लेने के लिए खुद के अपहरण की साजिश रच डाली। उसने अपने एक दोस्त के साथ अपहरण की पटकथा तैयार की और खुद को बंधक बनाये जाने और मारपीट किये जाने का एक फर्जी वीडियो बना कर परिजनों को भेज दिया। उसके बाद किडनैपर बने दोस्त द्वारा उसके मोबाइल से ही कॉल कर परिजनों से फिरौती के रूप में साठ हजार रुपए की मांग भी की गई। पूरा मामला भोजपुर के गड़हनी थाना क्षेत्र से जुड़ा हुआ था। गड़हनी थानाध्यक्ष कमलजीत के नेतृत्व में पुलिस द्वारा तकनीकी सूत्र के जरिए मामले का खुलासा करते हुए दोनों दोस्तों को गिरफ्तार कर लिया गया।
जिसमें समस्तीपुर के खानपुर थान क्षेत्र के सिहुली गांव निवासी राजेंद्र मंडल का पुत्र गोविंद कुमार और रोहतास के दावत थाना क्षेत्र के परमानपुर गांव निवासी अशोक तिवारी का पुत्र रजनीश तिवारी शामिल हैं। दोनों को गुरुवार की रात पीरो के समीप से गिरफ्तार किया गया है। उसके मोबाइल से बंधक बनाये जाने और मारपीट किये जाने की वीडियो भी मिला है। उसके बाद दोनों का मोबाइल जब्त कर लिया गया है। पुलिस की पूछताछ में दोनों द्वारा अपना गुनाह भी कबूल कर लिया गया है। इनमें गोविंद कुमार पर खुद के अपहरण की साजिश रचने और उसके दोस्त रजनीश तिवारी पर साथ देने का आरोप लगाया गया है। थानाध्यक्ष के अनुसार पूछताछ में गोविंद कुमार द्वारा चार पहिया वाहन खरीदने के लिए पैसे लेने के लिए अपहरण की झूठी कहानी रची थी।
जंगल में बनाया बंधक बनाने का वीडियो
थानाध्यक्ष के अनुसार पूछताछ में समस्तीपुर के सिहुली निवासी गोविंद कुमार ने बताया कि उसे चार पहिया वाहन खरीदनी थी। लेकिन परिजन उसके लिए पैसे देने को राजी नहीं थे। उसे लेकर उसने खुद के ही अपहरण किये जाने की साजिश रच दी। उसके लिए पूणे से लौटते समय उसने अपहरण की पूरी पटकथा तैयार की। साजिश के तहत गांव जाने के बदले एक जुलाई को वह आरा स्टेशन पहुंचा और अपने दोस्त रजनीश तिवारी के साथ मिलकर अपहरण की झूठी कहानी बनायी। उसके बाद दोनों गड़हनी स्टेशन के समीप किसी जंगलनुमा जगह पर पहुंचे।
वहां रजनीश तिवारी ने गोविंद कुमार को पेड़ से बांध दिया। उस दौरान उसके सारे कपड़े भी उतार दिया और मारपीट किये जाने का एक वीडियो शूट किया। दो जुलाई को वीडियो गोविंद के मोबाइल से ही उसके परिजनों को भेज दिया गया। उसी दिन गोविंद कुमार के मोबाइल से रजनीश तिवारी द्वारा उसके परिजनों को कॉल कर उसे अगवा किये जाने की बात कहते हुए साठ हजार रुपए की फिरौती की मांग की गयी। नहीं देने पर हत्या करने की धमकी दी गयी। उसके बाद दोनों पीरो भाग गये।
मोबाइल टावर लोकेशन से खुलासा
गोविंद कुमार और उसके दोस्त रजनीश तिवारी ने जिस मोबाइल से अपहरण के नाटक कर पैसे की मांग की थी, उसी मोबाइल के टावर लोकेशन के जरिए दोनों पकड़े गए। दरअसल मामला यह है कि समस्तीपुर जिले के सिहुली गांव निवासी राजेंद्र मंडल का पुत्र गोविंद कुमार 29 जून को पूणे से ट्रेन से गांव के लिए चल था। एक जुलाई को उसने अपनी पत्नी को फोन कर कहा कि पटना पहुंच गया है। कुछ देर में हाजीपुर आ जायेगा। लेकिन उसके बाद से उसका मोबाइल स्विच ऑफ हो गया। उसकी पत्नी लगातार कॉल करती रही, लेकिन मोबाइल हर बार बंद बताता रहा। इस बीच दो जुलाई की सुबह गोविंद कुमार के मोबाइल से उसकी पत्नी के फोन कर कॉल कर साठ हजार रुपए की मांग की गयी। कहा गया पैसे नहीं देने पर उसकी हत्या कर दी जाएगी।
फिरौती के लिए कई बार किया कॉल
कुछ देर बाद गोविंद के ही मोबाइल से ही वीडियो आया। उसमें गोविंद कुमार को पेड़ से बंधा हुआ और किसी शख्स द्वारा मारपीट एवं गाली गलौज करने की आवाज आ रही थी। उसके बाद मोबाइल फिर बंद हो गया। करीब ग्यारह बजे गोविंद कुमार के मोबाइल से ही कॉल आयी और फिर से साठ हजार रुपए की मांग की गयी। पूरे दिन वही सिलसिला चलता रहा। उसके बाद गोविंद के परिजन स्थानीय थाने पहुंचे और घटना की सूचना दी गई। पुलिस की जांच में उसके मोबाइल का लोकेशन गड़हनी बता रहा था। उसके बाद परिजन गड़हनी थाने पहुंचे और गोविंद के अपहरण की प्राथमिकी दर्ज करायी गयी। उसके बाद हरकत में आयी पुलिस द्वारा तकनीकी रूप के जरिए मामले का खुलासा कर दिया गया।