बिहार में सभी पेट्रोल पंपों की होगी जांच, कमी मिली तो सस्पेंड होगा लाइसेंस, DM को जांच टीम गठन करने का निर्देश
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बिहार के सभी पेट्रोल पंपों की जांच की जाएगी। पेट्रोल पंपों पर महिला और पुरुष के लिए अलग-अलग शौचालय, यूरिनल, पेयजल की व्यवस्था आदि आधारभूत संरचना की पड़ताल की जाएगी। परिवहन विभाग ने इस बाबत जांच के लिए सभी जिलाधिकारी को निर्देश दिया है। अगर 15 दिनों के अंदर पेट्रोल पंपों की स्थिति में सुधार नहीं होता है, तो लाइसेंस निलंबन की कार्रवाई तक की जाएगी। इसके अलावा, उनके आवंटन रद करने की प्रक्रिया भी शुरू की जा सकती है। इस सप्ताह से सुविधाओं की जांच के लिए विशेष जांच अभियान शुरू होगा।
परिवहन सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि पेट्रोल पंपों पर शौचालय और यूरिनल महिला और पुरुष के लिए अलग-अलग होना अनिवार्य है, लेकिन कई जगह से शिकायतें मिल रही हैं कि पेट्रोल पंपो पर या तो यह सुविधा उपलब्ध नहीं है या ताला बंद रहता है या बहुत ही गंदी स्थिति है।
राज्य के सभी जिलों में जिला पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वे विशेष जांच टीमों का गठन करें। इन टीमों को यह सुनिश्चित करने का काम सौंपा गया है कि पेट्रोल पंपों पर पुरुष और महिलाओं के लिए अलग-अलग शौचालय और यूरिनल उपलब्ध हों, इसकी जांच की जाए। इसके साथ ही, अन्य बुनियादी सुविधाएं जैसे पेयजल और स्वच्छता का भी निरीक्षण किया जाएगा।
पेट्रोलियम कंपनियों को भेजा जा रहा है नोटिस :
पेट्रोल पंपों की आधारभूत सुविधाओं को लेकर इंडियन आयल, हिंदुस्तान पेट्रोलियम, भारत पेट्रोलियम और अन्य पेट्रोलियम कंपनियों को भी नोटिस जारी किया जा रहा है।
परिवहन विभाग के स्तर से पेट्रोलियम कंपनियों को निर्देश दिया जा रहा है कि वे अपने स्तर पर पेट्रोल पंपों की जांच करें और आवश्यक सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करें। जांच के बाद जो भी पेट्रोल पंप दोषी पाए जाएंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
इन मानकों पर की जाएगी जांच :
- शौचालय, यूरिनल की सुविधा और स्वच्छता।
- पेयजल की सुविधा।
- आपातकालीन सेवाओं की उपलब्धता।
- पेट्रोल पंप की स्वच्छता और रख-रखाव।
- ग्राहकों की सुविधा के लिए अन्य सुविधाएं।