बिहार: ‘बेटा गिरफ्तार हो गया है, छुड़ाना चाहते हो’, गूगल पे पर पेमेंट करो, साइबरी ठगी का नया हथकंडा
साइबर ठग लोगों से फ्रॉड करने के नए-नए तरीके ढूंढ रहे हैं। अब लोगों को डरा-धमका कर पैसे ऐंठ रहे हैं।‘बेटा गिरफ्तार हो गया है, पैसा दें तब छूटेगा’ कह कर साइबर अपराधी लोगों को चूना लगा रहे हैं। पटना में अब तक आधा दर्जन ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं। इस तरीके से हुई घटनाओं को लेकर एफआईआर भी दर्ज की गई है, जबकि कई बार साइबर अपराधी ठगी करने में सफल नहीं हो सके। दरअसल, ठग लोगों को कॉल कर यह कहते हैं कि उनके बेटे को गिरफ्तार कर लिया गया है।
जालसाज किसी थाने का नाम भी लेते हैं ताकि लोग उनके झांसे में आ जाएं। बाद में उन्हें गूगल पे का नंबर देकर साइबर ठग रुपये की मांग करते हैं। महेन्द्रू के रहने वाले एक व्यवसायी को साइबर ठगों ने बुधवार की सुबह कॉल किया। उन्हें फोन कर ठगों ने कहा कि उनके बेटे को कोतवाली थाने की पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। व्यवसायी घबरा गये। साइबर ठगों ने उनके बेटे का नाम भी लिया था। जब उन्होंने अपने बेटे को कॉल किया तो उससे संपर्क नहीं हो सका।
इसी बीच साइबर ठगों ने एक गूगल नंबर पर रुपये देने की बात कही। रुपये देने पर ही व्यवसायी के बेटे को छोड़ने की बात कही गई। अभी यह सब कुछ चल ही रहा था कि तब तक व्यवसायी के बेटे से उनका संपर्क हो गया। इसके बाद पूरे परिवार को पता चला कि उनके साथ ठगी की कोशिश की गई थी। व्यवसायी के बेटे ने बताया कि वह कोचिंग में पढ़ाई कर रहा था इस कारण कॉल नहीं रीसिव कर सका।
नए तरीके से हो रही ठगी की इस घटना को लेकर कई तरह के सवाल उठने लगे हैं। आखिर साइबर ठगों को पिता-पुत्र के नाम व मोबाइल नंबर की जानकारी कैसे मिल रही है? वे पिता को कॉल कर सीधे बेटे का नाम लेकर ठगी की कोशिश करते हैं। शक है कि साइबर ठगों के हाथ कुछ कागजात लग जाते हैं जिसके जरिये उन्हें पिता-पुत्र के बारे में पूरी जानकारी मिल जाती है।
डीआईजी सह पटना के एसएसपी राजीव मिश्रा ने लोगों से अपील की। कि वे इस तरीके के झांसे में न आएं। ऐसी बात होने या कॉल आने पर लोग अपने स्थानीय थाने की पुलिस को खबर दे सकते हैं। साइबर ठगों के गिरोह को लेकर पटना पुलिस जांच कर रही है। तकनीक का इस्तेमाल कर साइबर ठगों का पता लगाया जा रहा है। जिसे आप नहीं जान रहे हैं, उनकी बातों पर बिल्कुल भरोसा न करें।