ललन सिंह ने लोकसभा में निशिकांत दुबे से पूछा- बताइए, किस कंपनी से JDU की फंडिंग कराते थे
जेडीयू अध्यक्ष और मुंगेर के सांसद राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने बीजेपी एमपी निशिकांत दुबे से पूछा है कि वो बताएं कि किस कंपनी से वो जेडीयू की फंडिंग कराते थे। लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर बहस में हिस्सा लेते हुए ललन सिंह ने निशिकांत दुबे से कहा- फंडिंग की बात करते हैं, बताइए किस कंपनी के बिहाफ पर फंडिंग कराते थे। निशिकांत दुबे ने मंगलवार को बीजेपी की तरफ से अविश्वास प्रस्ताव पर जवाब की शुरुआत करते हुए कहा था कि जेडीयू को सबसे ज्यादा फंड दिलाने वाले चार-पांच लोगों में एक नाम निशिकांत दुबे का होगा। दुबे ने सदन में मौजूद जेडीयू सांसदों के हल्ला करने पर कहा था कि आप लोग अपने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से पूछ लीजिएगा।
ललन सिंह ने अविश्वास प्रस्ताव पर कहा कि सत्ता पक्ष के लोग मणिपुर की घटना को दूसरे राज्यों की छिटपुट घटनाओं से तुलना करके लेकर सही ठहराने की कोशिश करते है। ललन सिंह ने कहा कि बीजेपी सरकार ने नौ साल में लोगों को छला है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 के चुनाव में हर साल 2 करोड़ रोजगार का वादा किया था लेकिन अब 18 करोड़ रोजगार का हिसाब तो छोड़िए 18 लाख का नहीं दे रहे हैं।ललन सिंह ने कहा कि सरकार ने एक आदमी को रोजगार दिया, जो सबसे बड़ा बेरोजगार था, उसको इतना भारी रोजगार दिया कि देश के नंबर 1 और दुनिया के नंबर 3 पर पहुंचा दिया। लेकिन नौजवानों को रोजगार नहीं मिला। उन्होंने कहा कि सरकार के नंबर एक मंत्री कहते हैं कि हम चुनाव में जो वादा करते हैं वो जुमला होता है।
अब उज्जवला योजना की बात नहीं करते बीजेपी वाले- ललन सिंह
ललन सिंह ने कहा कि अब ये उज्जवला योजना की बात नहीं करते हैं क्योंकि जितना बांटा गया उसमें पांच परसेंट भी अब नहीं चल रहा है। एलपीजी गैस सिलेंडर 1300-1400 रुपए हो गया है। सिंह ने कहा कि ये लोग भ्रष्टाचार की बात करते हैं। प्रधानमंत्री ने महाराष्ट्र में 70 हजार करोड़ के घोटाला का भाषण किया और तीन दिन के अंदर सबको वाशिंग मशीन से निकालकर सरकार में शामिल कर लिया।
पांच साल शांत रहे तीनों तोते, 2022 में लालू से दोबारा हाथ मिलाते ही छापे चालू हो गए- ललन सिंह
ललन सिंह ने बिहार की राजनीति पर बात रखते हुए कहा कि 2022 में 9 अगस्त को जब से जेडीयू, कांग्रेस और आरजेडी का गठबंधन हुआ है तब से इन सबको खुजली हो गई है। 2015 के चुनाव में गृहमंत्री अमित शाह ने बिहार में तीन महीना कैंप किया था। प्रधानमंत्री मोदी ने एक राज्य के चुनाव में रिकॉर्ड 43 जनसभा किए थे। लेकिन बीजेपी को सीट आया 52। सिंह ने कहा- “जब लालू यादव के परिवार पर छापा मारा तो 2017 में हमारा गठबंधन टूट गया। 2017 से 2022 तक कुछ नहीं हुआ, इनके तीनों पालतू तोते शांत हो गए। लेकिन जैसे ही 2022 में हमारा फिर से गठबंधन हुआ तीनों तोता फिर से चालू हो गए। अब तीनों तोता लगातार दौरा कर रहे हैं, छापा मार रहे हैं। छापा मारते रहो, बिहार का 40 में 40 सीट हारोगे।”
अमित शाह की भविष्यवाणी 2024 में फेल हो जाएगी- ललन सिंह
ललन सिंह ने कहा- “गृहमंत्री अमित शाह भविष्यवक्ता भी हैं। अभी कह रहे थे कि 2024 में नरेंद्र मोदी फिर से प्रधानमंत्री बनेंगे। 2015 में भविष्यवाणी की कि जिस दिन गिनती होगी उस दिन 11 बजे नीतीश त्यागपत्र देंगे, 12 बजे बीजेपी सरकार बनेगी लेकिन भविष्यवाणी फेल कर गया। 2021 में बंगाल में दो तिहाई बहुमत से सरकार बना रहे थे, हार गए। 2022 में हिमाचल में सरकार बना रहे थे, हार गए। कर्नाटक में दो तिहाई से सरकार बना रहे थे, हार गए। 2024 में भी जरूर हारेंगे।”
नीतीश सरकार के काम को मोदी सरकार का गिना रहे अमित शाह- ललन सिंह
ललन सिंह ने कहा कि गृहमंत्री अमित शाह पूर्णिया गए तो लोगों से पूछा कि मोदी जी ने हवाई अड्डा बनवाया या नहीं। जिसका काम भी शुरू नहीं हुआ, उस हवाई अड्डे को बनवा दिया। अमित शाह लखीसराय गए तो बोले कि मुंगेर में इंजीनियरिंग कॉलेज मोदी जी ने बनवाया कि नहीं बनवाया, मेडिकल कॉलेज बनवाया कि नहीं बनवाया, हर घर नल का जल पहुंचाया कि नहीं पहुंचाया। ललन सिंह ने कहा कि तीनों झूठ है, तीनों में एक रुपया केंद्र का नहीं लगा। उन्होंने कहा कि 2024 में इनकी विदाई का ऐलान करता हूं।