बेटी के इलाज का खर्च नहीं उठा पाया पिता, ढाई महीने की मासूम की गला घोंटकर हत्या, प्लास्टिक के डिब्बे में छिपाया शव
बिहार के पटना में ढाई महीने की मासूम नैंसी की नृशंस हत्या के मामले में कदमकुआं थाने की पुलिस ने पिता भरत कुमार को गिरफ्तार कर लिया है। बताया जा रहा है कि बच्ची को दिल की बीमारी थी। उसके इलाज में बहुत खर्च आ रहा था, इसलिए पिता ने ही अपनी मासूम बेटी की गला घोंटकर हत्या कर दी। बता दें कि बच्ची का शव तीन दिन पहले घर के किचन में रखे डालडा के डिब्बे में मिला था। इस घटना को सुनकर हर कोई सहम गया। पुलिस आरोपी पिता से पूछताछ कर रही है।
पुलिस टीम शुक्रवार दोपहर में मृतक बच्ची के घर पहुंची थी। वहीं पर उसका पिता भरत भी बैठा मिला। पुलिस ने फौरन उसे हिरासत में लेकर थाने चलने को कहा। देर रात तक उससे कई सवाल पूछे गये। सूत्र बताते हैं कि बच्ची को हृदय से संबंधित बीमारी थी। उसका इलाज काफी महंगा था। भरत ने कुछ लोगों से कर्ज भी ले रखा था। इस कारण उसने ही बच्ची की गला घोंटकर की हत्या कर दी। पुलिस को शुरू से ही बच्ची के पिता पर शक था। पुलिस के सवालों का जवाब देने में उसकी जुबान लड़खड़ाने लगी। अंत में उसने सच कबूल कर लिया।
जिस कपड़े के जरबन से गला घोंटकर भरत ने बच्ची की हत्या की थी, शव मिलने के बाद पुलिस के सामने उसे खुद से ही निकाला था। उस वक्त भी भरत के चेहरे में शिकन नहीं थी। पुलिस उसके हाव-भाव को देखकर काफी कुछ समझ चुकी थी। लेकिन मानवता को देखते हुए उस रोज उससे पूछताछ नहीं की गई।
आखिर एकाएक ऐसा क्या हुआ कि कमरे में सोयी बच्ची गायब हो गई। जबकि वहां उसके माता-पिता और घर के अन्य परिजन मौजूद थे। कपड़े के जरबन से किसने बच्ची का गला घोंटा? मासूम के शव को डिब्बे में किसने रखा। पुलिस घर के अन्य सदस्यों से भी पूछताछ कर सकती है। एफएसएल की रिपोर्ट भी इस कांड के खुलासे में तुरूप का पत्ता साबित हो सकती है। गौरतलब है कि बुधवार को कदमकुआं थाना इलाके के काजीपुर क्वार्टर रोड नंबर दो में स्थित घर में ढाई माह की नैंसी की लाश किचेन में रखे डालडा के डिब्बे में मिली थी। कपड़े से जरबन से बच्ची का गला घोंटा गया था।