बिहार जाति गणना का दूसरा चरण आज से, घर-घर से ली जायेगी 17 प्रकार की जानकारी, कोड के अनुसार डाले जायेंगे नंबर
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बिहार में जाति गणना का काम शनिवार से आरंभ हो जायेगा. दूसरे चरण की इस गणना में राज्य के दो करोड़ 59 लाख परिवारों के समक्ष पांच लाख 19 हजार से अधिक कर्मी जाकर जाति और आय के बारे में जानकारी लेंगे. सभी परिवारों से 17 प्रकार की जानकारी मांगी जायेगी. जाति गणना के लिए बने एप में लोगों से मिलने वाली सभी जानकारियों को कोड में ही भरा जायेगा.
15 मई तक चलेगा दूसरा चरण
जाति गणना का दूसरा चरण 15 मई तक चलेगा. इसके बाद एकत्र सभी आंकड़ों को समायोजित कर प्रकाशित किया जायेगा. जाति गणना के लिए सरकार ने जातियों का कोड जारी किया है. इसी आधार पर परिवार के प्रधान का कोड, लिंग का कोड, वैवाहिक कोड ,धर्म का कोड, शैक्षणिक योग्यता का कोड और रोजगार संबंधी क्रियाकलाप का कोड और जमीन की उपलब्धता यानी सब जानकारी कोड के सहारे ही लिये जायेंगे.
कर्मियों को दी जा चुकी है ट्रेनिंग
सामान्य प्रशासन विभाग ने जातीय गणना को लेकर राज्य के सभी 38 जिलाधिकारी, जो कि इसके लिए नोडल अधिकारी भी हैं, उनके साथ समीक्षा की है. विभाग की ओर से कहा गया है कि जाति आधारित गणना महत्वपूर्ण कार्य है . सभी कार्यों को समय पर पूरा करना आवश्यक है. दूसरे चरण में गणना का कार्य मोबाइल एप्स, गणना परफर्मा और आनलाइन पोटर्ल के माध्यम से होना है.इसको लेकर कर्मियों को ट्रेनिंग दी जा चुकी है
सात जनवरी से 21 जनवरी तक चला था पहला चरण
जाति गणना का पहला चरण सात जनवरी से 21 जनवरी तक चला था. इसमें मकानों की गिनती की गयी थी और उनके नंबर निर्धारित किये गये थे. जाति गणना के लिए जातियों का जो कोड तैयार किया गया है , उसमें 214 प्रकार की जातियों के नाम और उनके सामने कोड अंकित किया गया है. बिहार के बाहर के निवासियों के लिए 215 कोड निर्धारित किया गया है.
2.59 करोड़ परिवारों के बारे में जुटायी जायेगी सारी जानकारी
14 लाख से अधिक परिवारों की होगी गिनती पटना में
05 लाख से अधिक कर्मियों को लगाया गया है जाति गणना के काम में
15 मई तक चलेगा जाति गणना का दूसरा चरण